आर्यन खान ड्रग्स केस में दर्ज एफआईआर में हुआ बड़ा खुलासा, समीर वानखेड़े पर सीबीआई ने लगाए गंभीर आरोप
By अंजली चौहान | Published: May 16, 2023 09:36 AM2023-05-16T09:36:38+5:302023-05-16T10:10:35+5:30
मुंबई: बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के खिलाफ मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने बड़ी कार्रवाई की है।
इस मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के पूर्व जोनल निदेशक समीर वानखेड़े पर सीबीआई ने जबरन वसूली और गहरी साजिश का आरोप लगाया है।
सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, समीर वानखेड़े और उनकी टीम ने छापेमारी के दौरान असली रिपोर्ट को बदल दिया था।
सीबीआई द्वारा दर्ज एफआईआर में वानखेड़े, एनसीबी के पूर्व एसपी विश्व विजय सिंह, एनसीबी के खुफिया अधिकारी आशीष रंजन और दो निजी व्यक्तियों गोसावी और उनके सहयोगी सनविल डिसूजा को आरोपी के रूप में नामित किया गया और यह रिपोर्ट सोमवार को सावर्जनिक की गई है।
दरअसल, मामला साल 2021 का है जब आर्यन खान के क्रूज पर पार्टी करने के दौरान मादक पदार्थ पाए गए थे। मामले में अक्टूबर 2021 को आर्यन खान के खिलाफ कार्रवाई का जिम्मा समीर वानखेड़े और उनकी टीम को दिया गया।
जिन पर खान परिवार से 25 करोड़ की वसूली और आर्यन खान को झूठे केस में फंसाने की साजिश का आरोप है। सीबीआई की एफआईआर में कहा गया है कि वास्तव में 50 लाख रुपये की राशि ली गई थी लेकिन बाद में इस राशि का एक हिस्सा वापस कर दिया गया था। आर्यन खान की गिरफ्तारी के समय समीर वानखेड़े एनसीबी के प्रमुख थे।
मालूम हो कि 2 अक्टूबर, 2021 की रात को विजय सिंह और गोसावी और एक अन्य गवाह प्रभाकर सेल सहित अधिकारियों की एक टीम का नेतृत्व किया, जिसके तहत मुंबई तट पर ग्रीन गेट पर क्रूज टर्मिनल पर अंतर्राष्ट्रीय में कॉर्डेलिया जहाज पर छापेमारी की गई थी।
यह दावा किया गया था कि पोत से 13 ग्राम कोकीन, 5 ग्राम मेफेड्रोन, 21 ग्राम मारिजुआना, एमडीएमए (परमानंद) की 22 गोलियां और ₹1.33 लाख नकद जब्त किए गए थे।
इसने 14 लोगों को पकड़ा और घंटों की पूछताछ के बाद 3 अक्टूबर को आर्यन (24), अरबाज मर्चेंट (26) और मुनमुम धमेचा (28) को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद, एजेंसी ने छापेमारी के सिलसिले में 17 और लोगों को गिरफ्तार किया।
बता दें कि आर्यन को मई 2022 में NCB की एक विशेष जांच टीम (SET) द्वारा क्लीन चिट दी गई थी और वानखेड़े और अन्य के खिलाफ आंतरिक सतर्कता जांच की गई थी, जिस पर सीबीआई की प्राथमिकी आधारित है।