Andhadhun Movie Review: मर्डर और मिस्ट्री पर बेस्ड है आयुष्मान और तब्बू की 'अंधाधुन'
By विवेक कुमार | Published: October 5, 2018 02:44 AM2018-10-05T02:44:23+5:302018-10-05T11:57:59+5:30
Andhadhun movie review in hindi: श्रीराम राघवन की अंधाधुन का डायरेक्शन काफी बेहतरीन है। फिल्म के फर्स्ट हाफ में कई सरे सरप्राइज मिलते हैं।
फिल्म – अंधाधुन
निर्देशक- श्रीराम राघवन
स्टार कास्ट- आयुष्मान खुराना, तब्बू, राधिका आप्टे
मूवी टाइप- थ्रिलर, सस्पेंश
रेटिंग-5/ 3
बॉलीवुड में कई शानदार फिल्मों का निर्देशन कर चुके श्रीराम राघवन की फिल्म 'अंधाधुन' 5 अक्टूबर को रिलीज हो चुकी है। मर्डर और मिस्ट्री बेस्ड इस फिल्म में आयुष्मान खुराना, तब्बू और राधिका आप्टे लीड रोल में हैं। फिल्म में आयुष्मान खुराना एक अंधे शख्श की भूमिका में हैं।
कहानी- फिल्म 'अंधाधुन' की कहानी है पुणे में रहने वाले एक अंधे पियानो आर्टिस्ट आकाश(आयुष्मान खुराना) की। एक आर्टिस्ट की तरह से ही उसका भी एक सपना है कि वो लंदन में परफॉर्म करे। उसकी पियानो की धुन को लोग सुने और तारीफ करें। इस बीच एक दिन उसकी मुलाकात राधिका आप्टे यानी सोफी से होती है। दोनों की ये मुलाकात प्यार में बदल जाती है। सोफी का एक रेस्टूरेंट है जहां आकाश पियानो बजाता है और पैसे कमाता है। इस बीच एक दिन आकाश की मुलाकात 70 के दशक के अभिनेता प्रमोद सिन्हा( अनिल धवन) से होती है। जिसे संगीत से बेहद प्यार है। प्रमोद अपनी बीवी सिम्मी (तब्बू) को इंगेजमेंट का सरप्राइज देने के लिए आकाश को अपने घर बुलाता है। लेकिन जब आकाश, प्रमोद के घर पहुंचता है तब तक प्रमोद का मर्डर हो जाता है। फिर शुरू होता है कहानी में ट्विस्ट क्योंकि आकाश इस मर्डर का एक मात्र गवाह है जिसे हत्यारे के बारे में सबकुछ पता है। लेकिन क्या उन्होंने इस मर्डर को होते हुए देखा है? क्या आकाश सचमुच में अंधा है? और क्या कोई एक अंधे की बातों पर विश्वास करेगा? ऐसे कई सवाल हैं जिसे जानने के लिए आपको पूरी फिल्म देखनी होगी।
डायरेक्शन- श्रीराम राघवन की अंधाधुन का डायरेक्शन काफी बेहतरीन है। फिल्म के फर्स्ट हाफ में कई सरे सरप्राइज मिलते हैं। फिल्म सेकंड हाफ में कई ट्विस्ट और टर्न लेती है। जो कि काफी मजेदार है लेकिन फिल्म का क्लाइमेक्स कई सारे सवाल छोड़ जाता है।
एक्टिंग- शुरू से अंत तक इस पूरी फिल्म में आयुष्मान खुराना की दमदार एक्टिंग देखने को मिलती है। एक अंधे आदमी के किरदार को उन्होंने बखूबी निभाया है। वहीं तब्बू ने ये एक बार फिर साबित कर दिया है कि उनके जैसा कोई नहीं है। राधिका आप्टे की एक्टिंग भी शानदार है।
म्यूजिक- फिल्म में कई सारे गाने हैं जिनमें नैना दा क्या कसूर, आप से मिलकर आपको काफी पसंद आएगा।
क्यों देंखें- आयुष्मान खुराना लीक से हटकर फ़िल्में करने के लिए जाने जाते हैं। वहीं श्री रामराघवन ने अब तक कई सफल फिल्मों का निर्देशन किया है। दोनों की जोड़ी इसे एक अच्छी फिल्म बनाती है।