अमजद खान के बेटे का खुलासा- मां को डिस्चार्ज कराने के लिए पिता के पास पैसे नहीं थे, वह रोने लगी थी, शर्म के मारे अस्पताल से...
By अनिल शर्मा | Published: May 9, 2022 01:32 PM2022-05-09T13:32:21+5:302022-05-09T13:45:41+5:30
शोले (1975) सलीम-जावेद द्वारा लिखित और रमेश सिप्पी द्वारा निर्देशित एक एक्शन-एडवेंचर फिल्म है। अमजद ने फिल्म में क्रूर डकैत गब्बर सिंह के रूप में नजर आए थे। इस भूमिका के बाद वह देशभर में लोकप्रिय हो गए...
मुंबईः शोले के गब्बर यानी दिवंगत अभिनेता अमजद खान के बेटे और अभिनेता शादाब खान ने खुलासा किया है कि उनके पैदा होने के बाद मां को अस्पताल से डिस्चार्ज कराने के लिए पिता के पास पैसे नहीं थे। शादाब ने बताया कि पिता उस वक्त शर्म के मारे अस्पताल से बाहर चले गए थे। और वापस नहीं आ रहे थे।
गौरतलब है कि शादाब का जन्म उसी दिन हुआ था जिस दिन अमजद ने शोले साइन की थी। एक हालिया साक्षात्कार में, शादाब ने खुलासा किया कि अमजद के पास अपनी मां शैला खान को अस्पताल से छुट्टी देने के लिए पैसे नहीं थे। उन्होंने कहा कि फिल्म निर्माता चेतन आनंद ने तब पिता को 400 रुपए देकर मदद की थी।
शोले (1975) सलीम-जावेद द्वारा लिखित और रमेश सिप्पी द्वारा निर्देशित एक एक्शन-एडवेंचर फिल्म है। अमजद ने फिल्म में क्रूर डकैत गब्बर सिंह के रूप में नजर आए और प्रसिद्ध हो गए। फिल्म में धर्मेंद्र, अमिताभ बच्चन, संजीव कुमार, हेमा मालिनी और जया बच्चन ने भी अभिनय किया। शोले को एक क्लासिक और सर्वश्रेष्ठ भारतीय फिल्मों में से एक माना जाता है।
टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बातचीत में शादाब ने कहा कि "हां (हंसते हुए), लेकिन उसके पास भुगतान करने के लिए पैसे नहीं थे ताकि मेरी मां (शेहला खान) को उस अस्पताल से छुट्टी मिल सके जहां मैं पैदा हुआ था। वह रोने लगी। मेरे पिताजी अस्पताल में नहीं आ रहे थे, उन्हें अपना चेहरा दिखाने में शर्म आ रही थी। (स्वर्गीय) चेतन आनंद, जिनकी फिल्म हिंदुस्तान की कसम उन्होंने तब की थी, मेरे पिता को एक कोने में अपना सिर पकड़े हुए देखा। चेतन आनंद साहब ने 400 रुपए दिए ताकि मैं और मेरी माँ घर आ सकें।