एक्ट्रेस से राजनेता बनीं जया प्रदा को मिली जेल की सजा, लगा 5,000 रुपये का जुर्माना; जानें क्या है मामला?
By अंजली चौहान | Published: August 12, 2023 12:06 PM2023-08-12T12:06:54+5:302023-08-12T12:29:31+5:30
अभिनेत्री से नेता बनीं जया प्रदा को चेन्नई की एक अदालत ने छह महीने कैद की सजा सुनाई। इसके साथ उन पर 5,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।
चेन्नई: मशहूर बॉलीवुड अभिनेत्री और राजनेता जया प्रदा को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है जिसके मुताबिक, उन्हें एक पुराने मामले में जेल की सजा सुनाई गई है। बताया जा रहा है कि दिग्गज अभिनेत्री को चेन्नई की एक कोर्ट ने छह महीने जेल की सजा सुनाई है और पांच हजार का जुर्माना भी लगाया है।
इस मामले में जया प्रदा की ओर से अपील की गई थी लेकिन इसके बावजूद लेबर गर्वनमेंट इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन ने उनके खिलाफ केस दायर किया।
चेन्नई कोर्ट ने उनकी अपील को खारिज करते हुए उन पर जुर्माना और जेल की सजा सुनाई है। हालांकि, जया प्रदा की कानूनी टीम की ओर से अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, एक्ट्रेस पर आरोप है कि उन्होंने अपने थिएटर के श्रमिकों को कर्मचारी राज्य बीमा (ईएसआई) का पैसा नहीं दिया था। जया प्रदा और उनके भाई राज बाबू जयाप्रदा सिने थिएटर के पार्टनर थे। अपनी रकम न मिलने के बाद कर्मचारियों ने कोर्ट का रुख किया और एक्ट्रेस के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
एग्मोर में दूसरी मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अदालत ने दोनों को ईएसआई निगम को देय योगदान के भुगतान के वैधानिक दायित्वों का पालन करने में विफल रहने का दोषी ठहराया।
ईएसआई कॉर्पोरेशन ने जया प्रदा और उनके भाई के खिलाफ 1991 (नवंबर) से 2002 (सितंबर) तक 8,17,794 रुपये का भुगतान न करने पर शिकायत दर्ज की थी।
ईएसआई ने कहा कि आरोपी ने कर्मचारी राज्य बीमा अधिनियम की धारा 85 (ए) के तहत योगदान का भुगतान न करने का अपराध किया है, जो अधिनियम की धारा 85 (आई) (बी) के तहत दंडनीय है।
बता दें कि अदालत ने आरोपी को शिकायतकर्ता को बकाया राशि का भुगतान करने का आदेश दिया।
मालूम हो कि दिग्गज अभिनेत्री जया प्रदा हिंदी और तेलुगु फिल्म उद्योगों में सबसे लोकप्रिय और प्रभावशाली अभिनेताओं में से एक हैं। बाद में, उन्होंने फिल्म उद्योग छोड़ दिया और 1994 में तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) में शामिल हो गईं और राजनीति में कदम रखा। वह पहले राज्यसभा सांसद और फिर लोकसभा सांसद बनीं। वह 2019 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गईं।