'इमरजेंसी' में यह मलयालम अभिनेता निभाएगा संजय गांधी की भूमिका, कंगना को चेहरे तलाशने में लगे 6 महीने
By अनिल शर्मा | Published: September 13, 2022 03:23 PM2022-09-13T15:23:57+5:302022-09-13T15:53:50+5:30
‘इमरजेंसी’ में भारत के राजनीतिक इतिहास के एक महत्वपूर्ण दौर की कहानी दिखाई जाएगी। रनौत इस फिल्म में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका में दिखेंगी। नायर ने मुख्य रूप से ‘आनंदम’, ‘पुथन पनम’ और ‘चंकज’ जैसी मलयालम फिल्मों में अभिनय किया है।
मुंबईः इन दिनों कंगना रनौत अपने आगामी प्रोजक्ट इमरजेंसी को लेकर सुर्खियों में हैं। ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर आधारित इस फिल्म को कंगना खुद निर्देशित कर रही हैं। इसकी कहानी भी अभिनेत्री ने खुद ही लिखीहै। कंगना ने इस बीच बताया है कि इस फिल्म से अभिनेता विशाख नायर जुड़ने जा रहे हैं। विशाख एक मलयालम अभिनेता हैं। वह फिल्म में संजय गांधी की भूमिका में नजर आएंगे। निर्माताओं ने गुरुवार को इसकी घोषणा की। कंगना ने इंस्टाग्राम पर अभिनेता के लुक की तस्वीर साझा की है।
‘इमरजेंसी’ में भारत के राजनीतिक इतिहास के एक महत्वपूर्ण दौर की कहानी दिखाई जाएगी। रनौत इस फिल्म में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका में दिखेंगी। नायर ने मुख्य रूप से ‘आनंदम’, ‘पुथन पनम’ और ‘चंकज’ जैसी मलयालम फिल्मों में अभिनय किया है। ‘इमरजेंसी’ में अनुपम खेर, श्रेयस तलपड़े, महिमा चौधरी और मिलिंद सोमन जैसे अभिनेता काम कर रहे हैं।
रनौत ने एक बयान में कहा, ‘‘संजय, श्रीमती गांधी के जीवन के सबसे महत्वपूर्ण लोगों में से एक हैं। इसके लिए, मुझे किसी ऐसे व्यक्ति की आवश्यकता थी जिसने अपनी मासूमियत के साथ एक ऐसे व्यक्ति की भूमिका निभाए जो एक ही समय में ‘चतुर’ भी हो, काबिल हो और भावुक भी हो। एक ऐसे व्यक्ति की जरूरत थी जो भाव-भंगिमाओं का इंद्रधनुष हो, जो हर तरह की भावना को अभिनय के जरिए दिखा सकता हो। संजय अपनी मां का विस्तार हैं।’’
छह महीने से अधिक समय तक चेहरे की तलाश की
कंगना ने बताया कि वह इस चेहरे की तलाश पिछले 6 महीने से कर रही थीं। अब जाकर वह इसे लॉन्च करने जा रही हैं। बकौल कंगना- मुझे खुशी है कि अवनीत के बाद मैं एक बहुत बड़े पैमाने की फिल्म में एक नया चेहरा ‘लॉन्च’ कर रही हूं। विशाख एक जबरदस्त अभिनेता हैं और उन्होंने मलयालम फिल्मों में बहुत कुछ किया है। यह उनकी पहली हिंदी फिल्म है और मुझे यकीन है कि वह संजय के किरदार के साथ अच्छा न्याय करेंगे।’’
विशाख की पहली हिंदी फिल्म है
इंदिरा गांधी द्वारा 1975 से 1977 तक 21 महीने की अवधि के लिए आपातकाल लगाया गया था, जब लोगों के मौलिक अधिकारों पर सख्त अंकुश लगा दिया गया था। विशाख नायर ने कहा कि वह अपनी पहली हिंदी फिल्म में ‘‘ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण और रहस्यपूर्ण व्यक्ति’’ की भूमिका निभाने के लिए उत्साहित हैं।
अभिनेता ने कहा, ‘‘मैं इस तरह की अविश्वसनीय फिल्म का हिस्सा बनने का अवसर दिए जाने के लिए वास्तव में आभारी हूं। कंगना मैम के साथ काम करना खुशनुमा और सीखने का एक शानदार अनुभव भी रहा है। ऐसे कुशल कलाकारों के साथ काम करना बड़ी बात है। मुझे अब तक एक अभिनेता के रूप में इस तरह की भूमिका में खुद को पेश करने का अवसर नहीं मिला है।’’ मणिकर्णिका फिल्म्स की प्रस्तुति ‘इमरजेंसी’ रेणु पिट्टी और रनौत द्वारा निर्मित है। पटकथा और संवाद रितेश शाह के हैं।
भाषा इनपुट के साथ