हिन्दी, संस्कृत, मलयालम से जुड़े ये फैक्ट जानकर आपको भी होगा बेहद गर्व!
By मोहित सिंह | Published: April 25, 2018 10:02 AM2018-04-25T10:02:41+5:302018-05-11T16:01:30+5:30
हिंदी मात्र एक भाषा नहीं हमारी मातृभाषा है, एक ऐसी भाषा जिसके रोचक सच जानकर आपको भी होगा इसपर गर्व!
“हिन्द देश के निवासी सभी जन एक हैं, रंग रूप वेश भाषा चाहे अनेक हैं”! जी हाँ भारत की ख़ासियत है अनेकता में एकता और भाषा की अनेकता हमारी विशेषता है जिसके बावजूद हम मज़बूती से जुड़े हुए हैं एक दूसरे से. अपनी मातृभाषा से जुड़े इन अनजाने सत्य को जानकर आप ज़रूर करेंगे इस देश में पैदा होने पर गर्व-
1. पूरे विश्व में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषाओं में हिंदी-हिंदुस्तानी का तीसरा स्थान है और यही नहीं बंगाली 7वें और पंजाबी 10वें स्थान पर हैं।
2. हिंदी का नाम शुरुआत में अपभ्रंश था; कालिदास ने अपना पहला नाटक विक्रमोर्वशीयम् इसी भाषा में लिखा था।
3. मलयालम एक ऐसी लैंग्वेज है जिसको किसी भी लिपि में लिखकर उल्टा-सीधा पढ़ने पर एक जैसा ही उच्चारण आता है।
4. मुंबई का एक गुजराती सिर्फ संस्कृत में बात करता है; यहाँ तक की कर्नाटक के मट्टूर गाँव के बोल – चाल की भाषा ही संस्कृत है।
5. संस्कृत सबसे ज्यादा computer friendly भाषा है।
6. जर्मनी के 14 विश्व विद्यालयों में संस्कृत एक सब्जेक्ट के तौर पर सम्मलित है।
7. उर्दू के 99% अक्षरों की उत्पत्ति संस्कृत और प्रकृत भाषा से हुई है।
8. पाकिस्तान और अफगानिस्तान में बोले जाने वाली भाषा Brahui, जो कि एक द्रविड़ भाषा है, का उद्गम भारत है।
9. संस्कृत उत्तराखंड की राजभाषा है।
10. संस्कृत और लैटिन दोनों एक ही परिवार से निकली भाषायें हैं।