पीएमसी हादसे का दूसरे बैंकों पर भी होगा असर, उठ सकता है लोगों का बैंकिंग से भरोसा!
By शीलेष शर्मा | Published: September 28, 2019 06:17 AM2019-09-28T06:17:26+5:302019-09-28T06:17:26+5:30
जाने-माने युवा अर्थशास्त्री और कांग्रेस के प्रवक्ता प्रो. गौरव बल्लभ ने आंकड़े पेश करते हुए आशंका जताई कि यह मामला केवल पंजाब एन्ड महाराष्ट्र कॉपरेटिव बैंक का ही नहीं है इसका प्रभाव दूसरी सरकारी और गैर सरकारी क्षेत्र की बैंकों पर पड़ना सुनिश्चित है.
पंजाब एंड महाराष्ट्र कॉपरेटिव बैंक की घटना के बाद कांग्रेस ने देश की बैंकिग प्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए आरोप लगाया कि जिस तरह इस मामले में अनदेखी की गई है उससे साफ है कि यह एक योजनाबद्ध बैंकिग व्यवस्था की विफलता है.
जाने-माने युवा अर्थशास्त्री और कांग्रेस के प्रवक्ता प्रो. गौरव बल्लभ ने आंकड़े पेश करते हुए आशंका जताई कि यह मामला केवल पंजाब एन्ड महाराष्ट्र कॉपरेटिव बैंक का ही नहीं है इसका प्रभाव दूसरी सरकारी और गैर सरकारी क्षेत्र की बैंकों पर पड़ना सुनिश्चित है.
भाजपा पर हमला बोलते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने सवाल किया कि मुंबई के एक विधायक के पुत्र आखिर 13 साल तक इस बैंक के निदेशक कैसे बने रहे. नोटबंदी से पीएमसी बैंक की तुलना करते हुए गौरव बल्लभ ने कहा कि आज सरकार की अनदेखी के कारण ठीक वैसे ही हालात पैदा हो गए है जैसे कि नोटबंदी के समय थे.
जो बैंक कुछ समय पहले तक लाभांश दे रही थी और एनपीए जिस बैंक का आरबीआई की तय सीमा से कम था आखिर अचानक ऐसा क्या हुआ कि आरबीआई को उसे जमाकर्ताओं के पैसा देने पर पाबंदी लगानी पड़ी. उन्होंने सवाल किया कि आरबीआई का रेगुलेटर क्या कर रहा था समय रहते उसने व्यवस्था की गडबड़ी पर सवाल क्यों नहीं खड़े किए.
वर्ष 2018-19 में इसी पीएमसी बैंक ने 100 करोड़ का लाभ कमाया था. बैंक की बेलैंस सीट बताती है कि उसने 615.77 करोड़ रुपया आरबीआई के पास रखा है. फिर जमाकर्ताओं के पैसे का भुगतान क्यों नहीं किया जा रहा है.
उन्होंने इस गंभीर मुद्दा बताते हुए वित्तमंत्री से मांग की कि वे उन तथ्यों का खुलासा करें जिसके कारण आज पीएमसी बैंक इस स्थिति में पहुंच गई है जिसका व्यापक असर समूची बैंकिंग व्यवस्था पर पड़ने जा रह है उनका मानना था कि यदि ऐसा ही चलता रहा तो देश की बैंकिंग व्यवस्था से लोगों का भरोसा उठ जाएगा.