केरल आपदा में अपरिमित हानि, राज्य में ऑक्सीजन तक की कमी
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: August 25, 2018 05:13 AM2018-08-25T05:13:03+5:302018-08-25T05:13:03+5:30
सदी का सबसे बड़ा संकट ङोल रहा केरल राज्य बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित होता जा रहा है।
योगेश कुमार सोनी
पिछले दिनों केरल में लगातार बारिश से जान-माल की अपरिमित हानि हुई है। सदी का सबसे बड़ा संकट ङोल रहा केरल राज्य बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित होता जा रहा है। इस समय राज्य में ऑक्सीजन की कमी तक हो रही है। कहीं आने जाने के लिए पंपों पर ईंधन नहीं है। जिंदगी थम गई है। रफ्तार रुक सी गई है।
राष्ट्रीय आपदा राहत व बचाव बल(एनडीआरएफ) फंसे लोगों को बचाने का कार्य जोर-शोर से कर रहा है। प्रधानमंत्नी नरेंद्र मोदी ने कहा है कि केंद्र सरकार की तरफ से केरल में सभी संभावित सहायता मुहैया कराई जा रही है। इसमें खाद्यान्न, आर्थिक सहायता के साथ दवाइयों की सहायता भी शामिल है। उधर राहुल गांधी ने केरल में आई बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि हमारे लाखों लोगों का जीवन, आजीविका और भविष्य दांव पर लगा हुआ है।
केरल बाढ़ आपदा के प्रति पूरा देश गंभीर दिख रहा है। कई लोग मदद के लिए आगे आ रहे हैं। देश के हर कोने से छोटी से लेकर बड़ी संस्थाएं मदद के लिए राहत सामग्री जुटा रही हैं। यह एक अच्छी पहल है। जिस राज्य में संकट आता है तो प्रधानमंत्नी व उस राज्य के मुख्यमंत्नी तक ही घटना सीमित नहीं रह जानी चाहिए। घनी आबादी वाले भारत देश में कुछ न कुछ होता ही रहता है पक्ष-विपक्ष को संकट के समय में एक साथ खड़े रहकर उसका निवारण करना चाहिए। लेकिन तकलीफ तब होती है जब ऐसे मामलों पर भी राजनीति होती है। सोशल मीडिया द्वारा वार होने लगता है। यह एक स्वभाविक बात है कि ऐसे मामलों में जो भी सरकार होगी वह निश्चित तौर पर अपनी ओर से बेहतर ही करेगी।
दो वर्ष पूर्व नेपाल और बिहार के सीमांचल क्षेत्नों में हो रही लगातार बारिश से बिहार के कई जिलों में बाढ़ आई थी। जान-माल की हानि के अलावा वहां जीवन बिल्कुल थम सा गया था। तब प्रधानमंत्नी मोदी व सीएम नीतीश कुमार ने हर संभव सहायता करके राज्य को संकट से निकाला था।