Happy New Year 2025: नई उम्मीदों, नए इरादों से परिपूर्ण नववर्ष?, नए साल में आपका स्वागत...
By लोकमत समाचार सम्पादकीय | Updated: January 1, 2025 05:33 IST2025-01-01T05:33:54+5:302025-01-01T05:33:54+5:30
Happy New Year 2025: 2025 में भारत सहित दुनिया का हर देश, हर व्यक्ति अपने लिए नये लक्ष्य रखकर उसे हासिल करने की कोशिश करेगा और यही सकारात्मक तथा रचनात्मक सोच 2025 को 2024 की तुलना में बेहतर बनाएगी.

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Happy New Year 2025: नववर्ष 2025 का स्वागत है. नया वर्ष हर नये साल की तरह चुनौतियां लेकर आ रहा है, तो दुनिया को पहले से बेहतर बनाने के सपने भी दिखा रहा है. नया साल अतीत को छोड़कर भविष्य की ओर देखने का अवसर है. पिछली गलतियों से सीखकर आगे बढ़ने का प्रशस्त द्वार है, नया संकल्प करने की प्रेरणा है. 2025 में भारत सहित दुनिया का हर देश, हर व्यक्ति अपने लिए नये लक्ष्य रखकर उसे हासिल करने की कोशिश करेगा और यही सकारात्मक तथा रचनात्मक सोच 2025 को 2024 की तुलना में बेहतर बनाएगी.
2024 में रूस-यूक्रेन युद्ध, इजराइल-हमास संघर्ष, अमेरिका-रूस टकराव, ईरान-इजराइल तनाव और चीन तथा ताइवान के बीच उग्र खींचतान के कारण विश्वयुद्ध की आहट सुनाई देने लगी थी लेकिन 2025 में यह सुनिश्चित करना होगा कि युद्ध का नाद खत्म हो जाए तथा शांति का नया पर्व दुनिया में शुरू हो.
खाद्यान्न सुरक्षा, भुखमरी, कुपोषण, प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन के खतरे, धार्मिक, सांप्रदायिक उन्माद जैसी समस्याओं से दुनिया को मुक्त करने के लिए नए वर्ष में मजबूत इरादों के साथ आगे बढ़ना होगा. 2025 में अमेरिका में राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रम्प की दूसरी पारी की शुरुआत के साथ ही दुनिया में आर्थिक, व्यापारिक और राजनीतिक समीकरण भी निश्चित रूप से बदलेंगे.
ट्रम्प रूस-यूक्रेन तथा इजराइल-हमास संघर्ष खत्म करने के पक्षधर हैं लेकिन इसमें भी उनके लिए अमेरिका के हित सबसे बड़ी प्राथमिकता हैं. इसीलिए यह देखना दिलचस्प होगा कि अमेरिकी हितों को साधते हुए वे लंबे समय से चल रहे दो युद्धों को खत्म करवाने में कितने सफल हो पाते हैं. 2024 में भारत ने विश्व मंच पर अपनी जबर्दस्त पकड़ बनाई है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले दो कार्यकाल में भारत ने विकास के नये प्रतिमान स्थापित किए हैं और 2025 में उनके तीसरे कार्यकाल में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में मजबूत कदम उठाएगा. नए वर्ष में हमारी सरकार आर्थिक मोर्चे पर कुछ क्रांतिकारी पहल कर सकती है जिससे विकास को पंख मिलेंगे.
नए वर्ष में अंतरिक्ष के रहस्यों को जानने के लिए भारत ने दूरगामी लक्ष्य तय किए हैं और चंद्रमा के साथ-साथ भारत मंगल, शुक्र और यहां तक कि सूरज के रहस्यों की परत खोलते दिखाई दे तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए. भारत में गरीबी तेजी से घट रही है. 2025 में यह अभिशाप और कम हो जाएगा.
नए वर्ष में हम यह भी उम्मीद करें कि मणिपुर में हिंसा की आग बुझ जाएगी तथा वह फिर से विकास की मुख्यधारा में शामिल हो जाएगा. पंजाब में किसानों के आंदोलन को सौहार्द्रपूर्ण ढंग से खत्म करने में सफलता मिल जाएगी और सबसे बड़ी उम्मीद जनता को यह है कि पिछले कुछ वर्षों से संसद की कार्यवाही में दिखाई दे रहा व्यवधान नए वर्ष में नजर नहीं आएगा.
सरकार ने नक्सलवाद को 2026 में जड़ से खत्म करने का संकल्प लिया है. सरकार के इरादों को देखकर लगता है कि 2025 में नक्सलवाद अंतिम सांसें गिनने लगेगा. स्वास्थ्य के मोर्चे पर रूस ने उम्मीद जगाने वाली खबर दी है. राष्ट्रपति पुतिन ने कैंसर की रोकथाम में बेहद कारगर टीके के आविष्कार में रूसी वैज्ञानिकों की सफलता का ऐलान किया.
यह टीका रूस के नागरिकों को नए वर्ष में मुफ्त में दिया जाएगा और उसके बाद पूरी दुनिया को यह उपलब्ध हो जाएगा. नए वर्ष में हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मानव जीवन में भूमिका का व्यापक विस्तार देखेंगे. एआई को लेकर यह सुनिश्चित करना होगा कि उसका दुरुपयोग न हो.
एआई के बढ़ते महत्व का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि 2024 में इस तकनीक का बाजार 350 अरब डॉलर के करीब था जो 2025 में बढ़कर 747.91 अरब डॉलर तक हो जाएगा. 2025 में हम स्वचलित कारों के युग का सूत्रपात देखेंगे. स्विट्जरलैंड में स्वचलित कार ड्राइविंग टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल की अनुमति 2025 से दे दी गई है.
मानव सभ्यता नई चुनौतियों के बीच से रास्ता बनाते हुए सभ्यता एवं विकास के वर्तमान युग में पहुंची है. खुद को बेहतर बनाने के लिए मनुष्य का प्रयास कभी थमने वाला नहीं है. उसे सफलता इसलिए मिलती गई क्योंकि उसने अच्छे संकल्प किए. सकारात्मक लक्ष्य तय किए तथा उन्हें हासिल करने के लिए अपनी ऊर्जा एवं प्रतिभा का सही दिशा में इस्तेमाल किया. 2025 में भी हम नए संकल्प और नई उपलब्धियों को साकार होते हुए निश्चित रूप से देखेंगे.