योग: वैश्विक स्वास्थ्य को भारत का उपहार?, ये दस विशेष पहलें इस प्रकार
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 11, 2025 05:17 IST2025-06-11T05:17:51+5:302025-06-11T05:17:51+5:30
International Yoga Day 2025- 21 जून 2025 को हम माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में विशाखापत्तनम में 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाएंगे.

सांकेतिक फोटो
प्रतापराव जाधव
पिछले महीने ग्रामीण महाराष्ट्र के दौरे के दौरान मेरी मुलाकात एक बुजुर्ग किसान से हुई. उन्होंने मुझे बताया कि कई सालों तक पीठ दर्द से पीड़ित रहने के बाद, योग ने उनकी जिंदगी बदल दी है. उन्होंने कहा, ‘‘मंत्री जी, जो चीज हमारे यहां कभी गुप्त थी, वह अब दुनिया के लिए दवा बन गई है.’’ उनकी आंखों में चमक और उनके शब्दों में गर्व ने मुझे एक बार फिर योग दिवस के महत्व की याद दिला दी. इस वर्ष 21 जून 2025 को हम माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में विशाखापत्तनम में 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाएंगे.
2014 में हमारे दूरदर्शी प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र के समक्ष इस अवधारणा को प्रस्तुत किया और आज यह एक वैश्विक आंदोलन बन गया है जिसे दुनिया भर के करोड़ों लोग अपना रहे हैं. भारत का यह अमूल्य उपहार स्वास्थ्य, सद्भाव और समग्र जीवनशैली का उत्सव बन गया है. इस महत्वपूर्ण दशक को चिह्नित करने के लिए, 100-दिवसीय पहल, ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग’ की योजना बनाई गई है,जो 21 जून को 10 अनूठी गतिविधियों के साथ पूरे देश और दुनिया भर में योग के महत्व को फैलाएगी.
ये दस विशेष पहलें इस प्रकार हैं-
1. योग संगम : योग यात्रा की दशक पूर्ति के उपलक्ष्य में पूरे देश में एक लाख स्थानों पर एक साथ सामूहिक योगाभ्यास किया जाएगा. हिमालय के बर्फ से ढके गांवों से लेकर समुद्र तट पर मछली पकड़ने वाले गांवों तक, लाखों नागरिक एक साथ योग का अभ्यास करेंगे - जो स्वास्थ्य, एकता और राष्ट्रीय अखंडता का जीवंत प्रतीक है.
2. योग बंधन : जापान जैसे देशों में, भाषा को समझे बिना भी योग एक एकीकृत शक्ति बन गया है. 10 साझेदार देशों के साथ योग प्रतिनिधियों का आदान-प्रदान वैश्विक मैत्री को मजबूत कर रहा है.
3. योग पार्क : शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में 1,000 सार्वजनिक स्थानों पर योग और स्वास्थ्य को समर्पित स्थायी ‘योग उद्यान’ बनाए जाएंगे - दादा-दादी और पोते-पोतियां एक साथ योग का अभ्यास करते नजर आएंगे.
4. योग समावेश : सभी के लिए योग सुनिश्चित करने के लिए, 10 विशेष समूह-अनुकूल अभ्यासक्रम - मधुमेह रोगियों, उच्च रक्तचाप के रोगियों, महिलाओं, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों, मानसिक स्वास्थ्य और व्यसन मुक्ति पर नागरिकों के लिए उपयुक्त मार्गदर्शन.
5. योग के प्रभाव : शोध और आंकड़ों के साथ पिछले 10 वर्षों में हुई प्रगति का दस्तावेजीकरण. इसमें दिल्ली की एक शिक्षिका की कहानियां शामिल हैं - जिन्होंने योग के कारण अपने छात्रों की एकाग्रता में बदलाव देखा, या चेन्नई के एक उद्यमी की - जिनका रक्तचाप योग के माध्यम से नियंत्रित हुआ.
6. योग कनेक्ट : एक हाइब्रिड प्रारूप में वैश्विक सम्मेलन - एक चर्चा मंच जिसमें योग विशेषज्ञ, नीति निर्माता, स्वास्थ्य विशेषज्ञ और प्रभावशाली व्यक्ति एक साथ आएंगे, जो योग की परंपरा का सम्मान करते हुए योग के भविष्य का मार्ग तैयार करेगा.
7. हरित योग : प्रकृति के साथ सामंजस्य में पर्यावरण-अनुकूल प्रथाओं के साथ योग - जब हम अपने योग के आसनों के बाद पेड़ लगाते हैं, तो हम पूरी सृष्टि के साथ सामंजस्य में होते हैं.
8. योग अनप्लग्ड : युवाओं तक पहुंचने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह के नवीन प्रारूप - पारंपरिक योग प्रथाओं और आधुनिक संगीत और नृत्य का मिश्रण, जो युवाओं के बीच योग को एक नया आयाम देता है.
9. योग महाकुंभ : पिछले 10 प्रमुख योग दिवसों को मनाने वाले शहरों में सप्ताह भर चलने वाले योग उत्सव - जिन्हें सामुदायिक भागीदारी के माध्यम से चलाया जाना है.
10. योग संयोग : योग और आयुर्वेद, सिद्ध, यूनानी, होम्योपैथी, प्राकृतिक चिकित्सा, सोवा रिग्पा जैसी प्रथाओं को आधुनिक स्वास्थ्य प्रणालियों के साथ मिलाकर - वैज्ञानिक समर्थन के साथ प्रस्तुति.
एक व्यक्तिगत निमंत्रण.
मुझे हमेशा अपनी योग यात्रा याद रहती है - मैंने अपने दादाजी के आग्रह पर कॉलेज में योग करना शुरू किया था, लेकिन आज हर सुबह सूर्य नमस्कार के बिना पूरी नहीं होती. इससे मुझे मानसिक संतुलन और ऊर्जा मिलती है जो मुझे राष्ट्र सेवा के लिए तैयार करती है. इसलिए, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की इस दसवीं वर्षगांठ पर, मैं हर भारतीय से अपील करता हूं कि चाहे आप योग के अनुभवी अभ्यासी हों या आपने कभी कोई आसन न किया हो - आप इस उत्सव में शामिल हों, इसे स्वयं अनुभव करें - क्योंकि यह प्राचीन अभ्यास आधुनिक स्वास्थ्य की असली कुंजी है.
हमारे प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत योग के माध्यम से पूरी मानवता को समग्र स्वास्थ्य का मार्ग दिखा रहा है – यह भारत की ओर से दुनिया को दिया गया उपहार है और यह आगे भी जारी रहेगा. 21 जून को जब प्रधानमंत्री हजारों लोगों के साथ योगाभ्यास करेंगे, तो स्वास्थ्य के प्रति हमारा राष्ट्रीय संकल्प और मजबूत होगा.
प्रधानमंत्री के शब्दों में, ‘‘योग मानवता के लिए भारत का उपहार है’’ - और इन 10 पहलों के माध्यम से, हम इस उपहार को नई पीढ़ियों के लिए व्यापक, अधिक समावेशी बना रहे हैं. आइए हम इस ऐतिहासिक उत्सव में शामिल हों - एक ऐसा आंदोलन जो दुनिया भर में फैल चुका है, लेकिन जिसकी शुरुआत हम में से हर एक के भीतर होती है.
इस योग युग का हिस्सा बनें!
आज योग सिर्फ एक आसन या शारीरिक व्यायाम नहीं रह गया है - यह हमारे स्वास्थ्य, मन की शांति और आध्यात्मिक समृद्धि का मार्ग है. एक दशक पूरे होने के ऐतिहासिक अवसर पर, आइए हम सब मिलकर संकल्प लें कि हम हर घर में, हर मन में योग को स्थापित करेंगे.
अपने क्षेत्र में आयोजित योग सम्मेलन में भाग लें.
अपने परिवार, पड़ोसियों और मित्रों को योग सिखाने का संकल्प लें.
हैशटैग #YogaForOneEarthOneHealth के साथ सोशल मीडिया पर अपने अनुभव साझा करें.
प्रतिदिन 10 मिनट योग का अभ्यास करें – स्वास्थ्य और संतुष्टि के लिए.
क्योंकि यह सिर्फ एक आंदोलन नहीं है, यह भारत की आत्मा की वैश्विक अभिव्यक्ति है. इस योग यात्रा में आपका स्थान निश्चित है - इसके लिए बस एक कदम आगे बढ़ाएं.