वीवीएस लक्ष्मण का कॉलम: भारतीय क्रिकेट टीम में छठे गेंदबाज का विकल्प जरूरी
By वीवीएस लक्ष्मण | Published: November 29, 2020 09:16 AM2020-11-29T09:16:32+5:302020-11-29T09:16:43+5:30
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे मैच में भारत को हार का सामना करना पड़ा था। इस दौरान टीम इंडिया की कुछ कमजोरियां भी सामने आईं...
भारत ने शुक्रवार को सिडनी में खेले गए पहले वन-डे में हार के साथ ऑस्ट्रेलिया दौरे की निराशाजनक शुरुआत की. इसे महज निराशा नहीं माना जा सकता बल्कि यह खराब प्रदर्शन की मिसाल रही. खासतौर से अगामी तीन वर्षों में तीन विश्व कप के आयोजन को देखते हुए यह चिंताजनक है. कैच छोड़ना, लचर क्षेत्ररक्षण के चलते गैरजरूरी रन देने के बाद टीम को मिला 374 का लक्ष्य हासिल करना मुश्किल हो गया था.
ऐसे में टॉप ऑर्डर के मैच विनर बल्लेबाजों के विकेट सस्ते में गंवाना, 15 वें ओवर में छठे नंबर के बल्लेबाज का मैदान पर उतरना जीत की संभावना को क्षीण करने वाला रहा. हार्दिक पंड्या ने बेशक आक्रामक बल्लेबाजी की लेकिन जैसे ही एडम जम्पा की गेंद पर शिखर धवन के आउट होने के बाद जीत बगैर किसी चमत्कार से संभव नहीं थी. ऑस्ट्रेलियाई जीत के असल शिल्पकार कप्तान आरोन फिंच रहे.
उन्होंने वार्नर के साथ टीम को मजबूत शुरुआत दिलाई. साथ ही खुद भी शतक जड़ दिया. स्टीव स्मिथ और मैक्सवेल ने गजब की बल्लेबाजी कर टीम के नाम विशाल स्कोर प्रदान किया. भारत की हार के साथ पुरानी खामियां भी उजागर हुईं. रविंद्र जडेजा को छोड़ टीम के लिए ऑलराउंडर नहीं है.
ऐसे में विराट के पास सीमित विकल्प बच जाते हैं. जीत के लिए टीम को छठे गेंदबाज की तलाश जरूरी है. इसके लिए एक बल्लेबाज को बाहर करना होगा. कप्तान के पास पर्याप्त विकल्प का एकादश मजबूत माना जाता है. लेकिन भारत के पास फिलहाल ऐसा नहीं दिखाई देता.
अतिरिक्त ऑलराउंडर के रूप में मेरी नजर में फिलहाल वाशिंगटन सुंदर, अक्षर पटेल, कृणाल पंड्या, विजय शंकर और शिवम दुबे दिखाई देते हैं. इनमें से कुछ को बुलाकर टीम को संतुलित किया जा सकता है. इस बीच हार्दिक भी गेंदबाजी करने लगेंगे. वर्तमान हालात को देखते हुए टीम प्रबंध को हर हाल में गेंदबाजी की कमियों को दूर करने की जरूरत है. अन्यथा टीम के लिए विजयी ट्रैक पर लौटना आसान नहीं होगा. (गेमप्लान)