अयाज मेमन का कॉलम: खिलाड़ियों की चोट ने बढ़ाई टीम इंडिया की चिंता

By अयाज मेमन | Published: January 17, 2021 09:34 AM2021-01-17T09:34:38+5:302021-01-17T09:36:28+5:30

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान भारतीय खिलाड़ी चोट से जूझते नजर आए। आलम ये रहा कि प्लेइंग इलेवन तक की समस्या मैनेजमेंट के सामने खड़ी हो गई थी...

Ayaz Memon's column: Players injury increases Team India concern | अयाज मेमन का कॉलम: खिलाड़ियों की चोट ने बढ़ाई टीम इंडिया की चिंता

रविंद्र जडेजा चोटिल होकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंतिम टेस्ट से बाहर हो गए।

पहले टेस्ट में करारी हार के बाद भारत ने जोरदार वापसी करते हुए ऑस्ट्रेलिया के साथ खेली जा रही सीरीज में 1-1 से बराबरी हासिल कर ली. विराट कोहली और मो. शमी की अनुपस्थिति में भी सीरीज में रोमांच बना हुआ है. सिडनी टेस्ट अनिर्णीत रहा लेकिन नैतिक जीत तो भारत की ही हुई. पुजारा, पंत, विहारी, अश्विन ने खेल के अंतिम दिन संयमी बल्लेबाजी करते हुए अनूठी मिसाल कायम की. भारत चोटिल खिलाडि़यों की लंबी सूची के बीच चौथा टेस्ट खेल रही है. हालांकि टीम के कम अनुभवी युवा गेंदबाजों ने बढि़या प्रदर्शन किया है.

गाबा मैदान के इतिहास पर नजर डालने पर तेज गेंदबाजों का वर्चस्व दिखाई देता है. इसी को ध्यान में रखकर शार्दुल ठाकुर, नटराजन, मो. सिराज को टीम में शामिल किया गया. अश्विन की फिरकी की कमी को वॉशिंगटन सुंदर दूर कर रहे हैं. पिछले दो दिनों में भारतीय गेंदबाजों ने बढि़या प्रदर्शन किया है. उन्होंने मेजबानों को पहली पारी में 369 से आगे बढ़ने नहीं दिया. हालांकि, यह स्कोर भी कम नहीं है लेकिन पेन एंड कंपनी जिस 450 के स्कोर का सपना देख रही थी, वह पूरा नहीं हो पाया.

रोहित शर्मा 44 के स्कोर पर लियोन के खिलाफ बेवजह शॉट मारने के चक्कर में नहीं पड़ते तो भारतीय टीम तीसरे दिन मनोवैज्ञानिक लाभ मिलता. रोहित के आउट होने से ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा भारी नजर आ रहा है. हालांकि अभी विकेट पर पुजारा और रहाणे विकेट पर है जबकि पंत, अग्रवाल और सुंदर के रूप में टीम के पास बल्लेबाजों की अच्छी फौज बाकी है.

टीम के लिए चोटिल खिलाडि़यों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय है. इसका असर टीम के अभियान पर जरूर पड़ा है. पहले टेस्ट के बाद कोहली की अनुपस्थिति और शमी, जडेजा का चोटिल होना परेशानी का सबब बना.

इसके बाद उमेश यादव और विहारी का दर्द बढ़ा तो बुमराह की पेट की मांसपेशियों मे खिंचाव आया. अश्विन पीट दर्द से परेशान तो सैनी ब्रिसबेन टेस्ट के पहले ही दिन चोटिल हो गए. इससे पूर्व ईशांत शर्मा और भुवनेश्वर कुमार आईपीएल के दौरान ही चोटिल हो गए जिसके कारण वह ऑस्ट्रेलिया नहीं जा सके.

अन्य देशों की तुलना में भारतीय खिलाड़ी लगातार चोटिल हो रहे हैं, इस पर विचार करने की जरूरत है. क्या इसकी मुख्य वजह बढ़ता कार्यभार, जरूरत से ज्यादा अभ्यास और फिटनेस को लेकर कैजुएल एप्रोच है? कहीं ऐसा तो नहीं छोटी-छोटी चोटों का उचित इलाज नहीं हो रहा है? इस पूरे मामले को बीसीसीआई को गंभीरता से लेने की जरूरत है. मामले की तह तक जाने के लिए विशेषज्ञों की समिति बनाई जानी चाहिए.

Web Title: Ayaz Memon's column: Players injury increases Team India concern

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