अयाज मेमन का कॉलम: विकल्पों के अभाव में खुली भारतीय खिलाड़ियों की कलई
By अयाज मेमन | Published: December 4, 2020 01:36 PM2020-12-04T13:36:01+5:302020-12-04T13:36:08+5:30
ऑस्ट्रेलिया में मेजबान टीम के साथ खेली गई वनडे सीरीज में टीम इंडिया के प्रदर्शन पर पेश है क्रिकेट एक्सपर्ट अयाज मेमन का रिपोर्ट कार्ड...
ऑस्ट्रेलिया द्वारा शुरुआती दोनों मुकाबलों में जीत के साथ सीरीज हथियाने के बाद भारत ने तीसरे वन-डे में जोरदार वापसी की. कोरोना महामारी के चलते आठ माह के लंबे ब्रेक के बाद भारत की यह पहली अंतरराष्ट्रीय द्विपक्षीय सीरीज रही. पेश है क्रिकेट एक्सपर्ट अयाज मेमन का रिपोर्ट कार्ड...
हार्दिक पंड्या (9/10)
शानदार बल्लेबाजी (90 और नाबाद 92) के साथ टीम में वापसी. इस दौरान मुकाबले की जरूरत को देखते हुए ऑकर्षक शॉट्स देखते ही बन रहे थे. चोट से पूरी तरह ठीक नहीं हो पाने के कारण महज चार ओवर की गेंदबाजी ही कर पाए. लेकिन इसमें भी योग्यता की झलक देखने को मिली.
विराट कोहली (7/10)
वन-डे सीरीज में सैकड़ा न ठोंकने बावजूद बल्लेबाजी में निरंतरता दिखाई. गेंदबाजों का उचित इस्तेमाल न कर पाने पर आलोचनाओं का सामना करना पड़ा. लेकिन तीसरे वन-डे में प्रेरित करने पर टीम को विजय ट्रैक पर लौटाया.
रविंद्र जडेजा (7/10)
अपेक्षा के अनुरूप ज्यादा विकेट नहीं प्राप्त होने से निराशा जरूर हुई लेकिन बल्ले से कमाल का प्रदर्शन देखने को मिला. खासतौर से तीसरे वन-डे में बेहतरीन अर्धशतकीय पारी खेली. असामान्य रूप से एक-दो कैच भी छोड़े.
शार्दुल ठाकुर (6.5/10)
तीसरे वन-डे में महत्वपूर्ण तीन विकेट झटककर टीम को जीत दिलाने में अहम योगदान दिया. कड़ी मेहनत के साथ-साथ स्विंग, सीम का बढ़िया इस्तेमाल किया.
टी. नटराजन (5/10)
तीसरे वन-डे में शानदार प्रदर्शन के साथ आकर्षक पदार्पण. कुछ कर दिखाने की चाहत. तनाव के बीच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मध्य ओवर में सधी हुई गेंदबाजी. डेथ ओवर्स में बढ़िया गेंदबाजी. बेहतर भविष्य की उम्मीद.
शिखर धवन (4.5/10)
पहले मैच में 76 रन की आकर्षक पारी से आगाज लेकिन अगले दो मुकाबलों में टीम को अच्छी शुरुआत दिलाने में नाकाम रहे. क्षेत्ररक्षण में खामियां उभरकर सामने आईं.
शुभमन गिल (4.5/10)
तीसरे वन-डे में अग्रवाल की जगह मिले मौके पर आकर्षक बल्लेबाजी का मुजाहिरा. इसी के बल पर टी-20 टीम में अपनी दावेदारी भी पेश की.
केएल राहुल (4.5/10)
काफी हद तक सफल माना जाएगा. फिर भी दूसरे वन-डे में 76 रन की पारी को छोड़कर आईपीएल के शानदार प्रदर्शन को वन-डे सीरीज में तब्दील नहीं कर पाए. विकेट के पीछे बढ़िया प्रदर्शन.
मयंक अग्रवाल (4/10)
पहले दो मुकाबलों में अच्छी शुरुआत के बावजूद बड़ा स्कोर बनाने में नाकामयाब. पारी को संवारने के बजाय मुख्तलिफ शॉट्स खेलने को ज्यादा तवज्जो दिया. खुद को आईपीएल से बाहर नहीं निकाल पाए.
जसप्रीत बुमराह (4/10)
पहले दो मुकाबलों में सहज नहीं दिखाई दिए. विकेट नहीं मिला लेकिन खूब रन खर्च किए. अंतिम मुकाबले में जोरदार वापसी. सही लेंथ के साथ गजब के यॉकर्स देखते ही बन रहे थे. इनमें से एक पर मैक्सवेल का विकेट झटक कर टीम की जीत के द्वार खुल गए.
मोहम्मद शमी (4/10)
पहले मैच में बढ़िया गेंदबाजी की. लेकिन दूसरे मुकाबले में खूब खर्चीले साबित हुए. कारगर ढंग से स्विंग अथवा सीम कराने में विफल रहे. साथ ही शुरुआती स्पेल में ब्रेकथ्रू नहीं दिला पाए.
कुलदीप यादव (3.5/10)
तीसरे वन-डे में चहल के स्थान पर मौका मिला. अपेक्षा के अनुरूप अच्छी गेंदबाजी. हालांकि अपनी चिरपरिचित छवि के अनुरूप करिश्माई गेंदबाजी करने में नाकाम रहे.
श्रेयस अय्यर (2/10)
डीप क्षेत्र में बढ़िया क्षेत्ररक्षण लेकिन बल्लेबाजी में निराश किया. पारी को संवारने में नाकामयाबी. ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की शॉर्ट गेंदों में लगातार परेशान कर रखा.
युजवेंद्र चहल (1/10)
सीरीज में जीत दिलवाने गेंदबाज की पहचान लेकिन इस बार पूरी तरह नाकाम. न तो विकेट झटक पाए और न ही बल्लेबाजों पर नियंत्रण रख पाए. ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों द्वारा जमकर रन बरसाए. नतीजतन तीसरे मैच से बाहर हो गए.
नवदीप सैनी (1/10)
अनुभवहीनता उभरकर सामने आई. अच्छी गेंदबाजी करने की पूरी कोशिश लेकिन सही लेंथ और लाइन को हासिल नहीं कर पाए. डेथ ओवर्स में काफी खर्चीले रहे.