अयाज मेमन का कॉलम: मौसम ने बढ़ाई भारत-दक्षिण अफ्रीका टीमों की चिंता
By अयाज मेमन | Published: October 10, 2019 09:58 AM2019-10-10T09:58:42+5:302019-10-10T09:58:42+5:30
मौसम विभाग ने गुरुवार को बारिश की भविष्यवाणी कर दी है, हालांकि शेष चार दिन हालात सुधरने की भी उम्मीद है।
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पुणे में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट को लेकर बढ़ती दिलचस्पी के बीच मौसम ने चिंता बढ़ा दी है। पिछले एक-दो रोज से पुणे में बारिश जारी है। मौसम विभाग ने गुरुवार को बारिश की भविष्यवाणी कर दी है। हालांकि शेष चार दिन हालात सुधरने की भी उम्मीद है।
यह अच्छी खबर है, क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में भारतीय टीम ने चार दिन में ही मैच अपने पक्ष में किए हैं। 2010 से भारत में 46 टेस्ट खेले गए हैं जिनमें से केवल चार में ही उसे हार का सामना करना पड़ा है। अर्थात भारत की हार का प्रतिशत दस फीसद से भी कम है।
इससे भारतीय टीम की ताकत का अंदाजा लगाया जा सकता है। पहले टेस्ट में भी कुछ ऐसी ही स्थिति रही। लिहाजा दक्षिण अफ्रीका के लिए दूसरे टेस्ट में हार से बच पाना कठिन ही दिखाई दे रहा है। मेजबान टीम में परिवर्तन की संभावना कम ही है। विशाखापट्टनम टेस्ट में सभी खिलाड़ियों ने अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया।
बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण में मेजबान टीम लाजवाब रही। ऐसे में अंतिम एकादश में किसी बदलाव की संभावना नहीं के बराबर है। विकेट गेंदबाजों के मुफीद नजर आ रही है। हालांकि वर्ष 2017 के सत्र में इसी मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार को भुलाया नहीं जा सकता। नाथन लायन के करिश्माई प्रदर्शन के चलते भारत को करारी हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में भारतीय खिलाड़ियों को दक्षिण अफ्रीकी युवा स्पिनरों के खिलाफ सूझबूझ के साथ खेलना होगा।
जहां तक दक्षिण अफ्रीकी टीम का सवाल है, मेहमानों को बेहतरीन तालमेल के साथ उतरना होगा। स्वयं कप्तान डु प्लेसिस को बल्लेबाजी में अपना क्रम तय करना होगा। मेरे हिसाब से अधिक जिम्मेदारी लेते हुए उन्हें चौथे क्रम पर बल्लेबाजी करने की जरूरत है। सलामी जोड़ी भी बड़ा सवाल है। यदि ओपनर्स फेल होते हैं तो मध्य क्रम पर दबाव बढ़ता है। एल्गर, डु प्लेसिस और क्विंटन डी कॉक पर दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजी का सारा दारोमदार है। ऐसे में इन्हें अधिक जिम्मेदारी से खेलना होगा।