अयाज मेमन का कॉलम: माइकल क्लार्क, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और आईपीएल
By अयाज मेमन | Published: April 11, 2020 06:58 AM2020-04-11T06:58:28+5:302020-04-11T06:58:28+5:30
लगता है माइकल क्लार्क ने अपनी राय जाहिर करते हुए पुजारा को नजरअंदाज किया. बेशक कोहली का प्रदर्शन अच्छा रहा लेकिन पुजारा के योगदान को भी नहीं भुलाया जा सकता
इस समय चर्चा है ऑस्ट्रेलियाई पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क के सनसनीखेज टिप्पणी की. उन्होंने अपनी टिप्पणी में कहा था कि वर्ष 2018 के दौरे में ऑस्ट्रेलिया इसलिए भारत से हार गया था क्योंकि उसने टीम को विशेष सम्मान दिया था. खासतौर से विराट कोहली को. क्लार्क आगे कहते हैं, ''इसकी वजह आईपीएल अनुबंध पर कोई विपरीत असर न पड़े. यही वजह रही कि ऑस्ट्रेलिया को अपने घरेलू मैदान पर पराजय का सामना करना पड़ा.'' क्लार्क के इस वक्तव्य की दखल इसलिए ली जा सकती है कि क्योंकि भारत की यह ऐतिहासिक जीत थी. भारत ने पहली बार ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीती थी.
लेकिन क्लार्क के इस कथन से नया विवाद पैदा हो गया है. हालांकि क्लार्क के इन आरोपों का ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन खंडन कर चुके हैं. फिर भी सवाल कायम है, कि क्या सही में ऑस्ट्रेलियाई खिलाडि़यों ने ऐसा किया होगा? क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई खिलाडि़यों को उनकी आक्रामकता के लिए जाना जाता है. इसके बावजूद मेरी नजर में क्लार्क ने इस तरह टिप्पणी करने में जल्दबाजी कर दी. ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम पर आधारित वेब सीरीज 'द टेस्ट' को देखने के बाद पता चलता है कि इस सीरीज के दौरान ऑस्ट्रेलियाई ड्रेसिंग रूप में विराट कोहली पर चर्चा चल रही है.
उन पर ज्यादा ध्यान न देने की सलाह भी खिलाडि़यों को दी जा रही है. इसे ऑस्ट्रेलियाई टीम का हिस्सा माना जा सकता है. सब जानते हैं कि जितनी ज्यादा चुनौती कोहली को मिलेगी उतना ही उनके प्रदर्शन में निखार आएगा और यही संदेश ऑस्ट्रेलियाई प्रबंधन खिलाडि़यों को दे रहा था. उस सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के लिए पुजारा परेशानी का सबब बने थे. पुजारा का संयम गजब का था. नतीजतन, ऑस्ट्रेलियाई टीम उनके सामने घुटने टेक चुकी थी.
लगता है माइकल क्लार्क ने अपनी राय जाहिर करते हुए पुजारा को नजरअंदाज किया. बेशक कोहली का प्रदर्शन अच्छा रहा लेकिन पुजारा के योगदान को भी नहीं भुलाया जा सकता. दूसरी अहम बात, सीरीज में स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर ऑस्ट्रेलिया टीम का हिस्सा नहीं थे. बॉल टैंपरिंग के चलते वह एक साल की सजा काट रहे थे और इन दोनों की अनुपस्थिति टीम ऑस्ट्रेलिया को भारी पड़ी थी.
फलस्वरूप मेजबान टीम पूरी तरह बैकफुट पर थी. मेरे हिसाब से क्लार्क इन बातों को याद नहीं रख पाए. आईपीएल में अपने हितों को देखते हुए ऑस्ट्रेलियाई खिलाडि़यों ने भारत के खिलाफ जीत के प्रयास नहीं किए, क्लार्क की टिप्पणी संभवत: ऑस्ट्रेलियाई खिलाडि़यों को खूब चुभी होगी. लेकिन साथ ही इस बात को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता कि भारतीय खिलाडि़यों ने भी शानदार प्रदर्शन कर जीत दर्ज की थी.