अयाज मेमन का कॉलम: भारत के पास सीरीज जीतने का सुनहरा मौका
By अयाज मेमन | Published: December 6, 2020 09:36 AM2020-12-06T09:36:56+5:302020-12-06T09:38:08+5:30
भारतीय खिलाडि़यों को केवल आईपीएल में ही खेलने का मौका मिला है। हालांकि टीम रविंद्र जडेजा की सेवाओं से वंचित रहेगी।
वन-डे सीरीज के दो मुकाबले गंवाने के बाद भारतीय टीम ने जोरदार वापसी की है। तीसरा वन-डे जीतने से टीम की अनेक समस्या भी सुलझ गई। यही वजह है कि भ्रमणकारी टीम ने पहला टी-20 जीतकर आत्मविश्वास प्राप्त किया। पहले वन-डे में जडेजा के कनकशन विकल्प के तौर पर उतरे युजवेंद्र चहल ने तीन विकेट झटके।
इससे स्पष्ट हो गया कि यदि जडेजा की बल्लेबाजी और चहल की गेंदबाजी नहीं चलती तो टीम के लिए जीत असंभव थी। हालांकि कनकशन नियम को लेकर बहस छिड़ गई है। ऑस्ट्रेलियाई टीम चोटिल जडेजा के स्थान पर उतारे गए चहल के चयन से नाराज है। बहस इसी बात को लेकर हो रही है कि हेल्मेट पर लगने के बाद जडेजा द्वारा बल्लेबाजी जारी रखने से कनकशन नियम उचित था?
साथ ही, इस नियम के तहत जडेजा के लिए चहल विकल्प हो सकते थे? यह चर्चा आगे भी जारी रहेगी। आखिरकार मैच रैफरी का फैसला अंतिम होता है। पहला टी-20 मैच जीतने से भारत का पलड़ा भारी है। विराट कोहली एंड कंपनी ने वन-डे सीरीज में मिली हार के बाद अच्छे ढंग से वापसी की है। सबसे बड़ी बात ऑस्ट्रेलिया टीम अपने घर में खेल रही है। इसके अलावा वह लगातार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रही है।
भारतीय खिलाडि़यों को केवल आईपीएल में ही खेलने का मौका मिला है। हालांकि टीम रविंद्र जडेजा की सेवाओं से वंचित रहेगी। यह ऑलराउंडर पूरी लय में है। उनकी जगह चहल को विकल्प मानना कहां तक उचित है? इसके अलावा जडेजा की अनुपस्थिति में टीम की बल्लेबाजी जरूर प्रभावित होगी।
कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री को इस समस्या का समाधान ढूंढना होगा। कुछ ही दिनों बाद टेस्ट खेले जाने हैं, लिहाजा उस समय तक जडेजा का फिट होना बेहद जरूरी है। फिर भी मेरी नजर में हार्दिक पंड्या और टी. नटराजन बेहतर विकल्प हो सकते हैं।