गंदी बात का टाइटल ट्रैक प्रोमो वीडियो से ज्यादा फूहड़
By खबरीलाल जनार्दन | Published: May 8, 2018 09:29 PM2018-05-08T21:29:48+5:302018-05-08T21:57:16+5:30
चार दिन पहले गंदी बात वेब सीरीज का प्रोमो रिलीज हुआ था। रिलीज होते ही वह यूट्यूब पर नंबर वन ट्रेंड करने लगा था।
हमारे वेब सीरीज के दौर शुरू हुआ तो छोटे फिल्मकारों में बड़ी उम्मीदें जागीं। बातें हुईं कि बजट की कमी और तमाम कारणों से जो फिल्में स्क्रीन पर आने पहले दम तोड़ देती हैं, उनको अब प्लेटफॉर्म मिल जाएगा। लेकिन एकता कपूर जैसे लोगों ने इस प्लेटफॉर्म से फूहड़, अश्लील चीजें परोसनी शुरू कर दी हैं।
चार दिन पहले गंदी बात वेब सीरीज का प्रोमो रिलीज हुआ था। रिलीज होते ही वह यूट्यूब पर नंबर वन ट्रेंड करने लगा था। ट्रेलर में दिखा था कि उत्तर भारत में घटने वाली घटनाओं जैसे ससुर ने कि बहू से दुराचार, या देवर ने भाभी की अस्मत लूटी या सांप ने किया महिला से रेप वगैरह को आधार बनाकर एकता कपूर एक वेब सीरीज ला रही हैं।
इसके बारे में अल्ट बालाजी ने ट्वीट कर के कहा यह विषय और कहानी उस बारे में है जिनके बारे में लोग कभी बात नहीं करते। यह कहानी हमारे समाज के सभी वर्गों के बारे में है। लेकिन उनके 1 मिनट के टाइटल ट्रैक में वह कम से कम 10 सेक्स दृश्य दिखाती हैं। साथ में गे-सेक्स, लेस्बियन सेक्स भी दिखाती हैं। जरा उनके गाने के बोल देखिए
"लुक-छुप लुक-छुप होती हैं नाजानी कितनी बातें। कुछ में काले दिन होते और कुछ में काली रातें। बंद दरवाजे ही जाने क्या होता उनके पीछे। कौन कहेगा क्या होती हैं अच्छी गंदी बातें। हर बात कही किसने, कब, किससे। क्या झूठी क्या सच्ची। कौन किसे बताएगा और किसको। क्या अच्छी क्या गंदी बातें।"
सुनने में यह आपको कोई पीयूष मिश्रा की कविता लग सकती है। एकता कपूर और निर्देशक सचिन मोहिते ने इसके पीछे बड़ी चालाकी से म्यूजिक और आवाज भी पीयूष मिश्रा की गुलाल फिल्मों के गानों की तरह ही रखी है। शायद उन्हें उत्तर भारत के गांवों के गानों का अंदाजा ना हो।
एकता कपूर जी आपसे एक दरख्वास्त है, उत्तर भारत की संस्कृति अगर आप दिखाना ही चाहती हैं तो ऐसे किसी गांव या कस्बे में आकर रहिए कुछ दिन।