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तो इसलिए नीतीश कुमार ने बीजेपी से तोड़ा था गठबंधन! चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने किया चौंकाने वाला दावा

By एस पी सिन्हा | Updated: September 10, 2023 16:27 IST

प्रशांत किशोर ने कहा है कि नीतीश कुमार को पता था कि 2024 में लोकसभा का चुनाव जीतने के बाद भाजपा सबसे पहले उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाने वाली थी। यही कारण है कि मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बने रहने के लिए नीतीश कुमार ने राजद के साथ गठबंधन किया।

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ठळक मुद्देप्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर एक बार फिर निशाना साधापीके ने कहा कि कौन नेता या दल किधर भागेगा ये कोई नहीं जानताकहा- मुख्यमंत्री बने रहने के लिए नीतीश कुमार ने राजद के साथ गठबंधन किया

पटना: जनसुराज यात्रा पर निकले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर एक बार फिर निशाना साधा है। उन्होंने नीतीश की राजनीतिक महत्वाकांक्षा की पोल खोलते हुए कहा है कि नीतीश कुमार को पता था कि 2024 में लोकसभा का चुनाव जीतने के बाद भाजपा सबसे पहले उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाने वाली थी। यही कारण है कि मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बने रहने के लिए नीतीश कुमार ने राजद के साथ गठबंधन किया। पीके ने कहा कि भाजपा की मजबूरी केवल लोकसभा के चुनाव तक थी। लोकसभा में भाजपा एक बार जीतकर आ जाती तो उनकी सरकार दिल्ली में बन जाती, फिर भाजपा नीतीश कुमार को बिहार में मुख्यमंत्री के पद से हटा देती। इसका अनुमान लगाने के बाद नीतीश कुमार ने भाजपा का साथ छोड़कर महागठबंधन की व्यवस्था बना ली ताकि 2025 तक मुख्यमंत्री के पद पर बने रहें।

पीके ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अगला चुनाव तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ा जाएगा, लोगों को यह समझ नहीं आ रहा है वो ऐसा क्यों बोल रहे हैं? नीतीश कुमार बिना सोचे-समझे कुछ नहीं बोलते। नीतीश कुमार को न तेजस्वी से प्यार है न कभी वे राजद के समर्थक ही हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि आगामी दोनों चुनाव कब होंगे ये नहीं पता, लेकिन बिहार में जो आज की व्यवस्था है, उस तर्ज पर नहीं होंगे।

पीके ने कहा कि कौन नेता या दल किधर भागेगा ये कोई नहीं जानता है। आज जो व्यवस्था है जिसमें 7 दल एक हो रहे हैं। अगले चुनाव से पहले आप देखेंगे इसमें बड़ा परिवर्तन आएगा। इसकी झलक आपको दिख भी रही होगी। उन्होंने कहा कि महागठबंधन को 2015 में हमने बनवाया है तो मैं जानता हूं कि इसको बनाने में क्या समस्या है और इसे चलाने में क्या परेशानी आती है? कितना समय और प्रयास करना पड़ता है? 2015 में तीन दलों महागठबंधन था और आज 7 दलों का महागठबंधन है।

पीके ने कहा कि 2015 में जो महागठबंधन बना था उसमें लालू और नीतीश कुमार कितने बार मिले थे? नीतीश कुमार ने महागठबंधन क्यों बनवाया इसको समझने की जरूरत है? दिल्ली में मिले थे, जहां उन्होंने मुझे खुद महागठबंधन बनाने और उसमें शामिल होने को कहा था।

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