पटना: बिहार विधान परिषद में दूसरे दिन की कार्यवाही भी हंगामेदार रही, जिसके चलते सदन की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। आज दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू होते ही नई शिक्षक नियमावली को लेकर विपक्षी दल भाजपा के द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया। इसके बाद सदन की कार्यवाही भोजनावकाश तक के लिए स्थगित कर दी गई। भोजनावकाश के बाद सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई, सबसे पहले भाजपा के सदस्य नवल किशोर यादव ने शिक्षकों का मुद्दा उठाया। इसके बाद सत्ता पक्ष की तरफ से रामेश्वर महतो ने नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाया।
उन्होंने कहा कि सदन में आज सम्राट चौधरी ने आसन की तरफ अंगुली दिखाया है। साथ ही गुंडागर्दी और हिटलरशाही शब्द का प्रयोग किया है जो गलत है। नेता प्रतिपक्ष के खिलाफ सदन में निंदा प्रस्ताव पास हो। दरअसल विधान परिषद की कार्यवाही आज जैसे ही शुरू हुई वैसे भी भाजपा सदस्य शिक्षक नेताओं को नजरबंद करने के बारे में जानकारी दी। भाजपा के तरफ से सबसे पहले नवल किशोर यादव ने यह मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि आज राज्य में इमरजेंसी से भी गंभीर हालात हो गए हैं। पुलिस शिक्षकों व उनके नेताओं को घर में बंद कर दी है। उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है। जिसके बाद भाजपा के अन्य सदस्य भी आ गए और नारेबाजी करने लगे और वेल में जाकर बैठ गये।
वहीं, भाजपा की तरफ से नारेबाजी के बीच संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने स्वयं कहा है कि शिक्षक संगठन से बात करेंगे और नियम के अनुसार काम करेंगे। मंत्री ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री की बात से इन लोगों को संतुष्टि नहीं है तो इन्हें शिक्षकों से कोई सहानुभूति नहीं है। जिसके बाद सभापति ने कहा कि जब मुख्यमंत्री ने आश्वासन दे दिया तो आप लोग बैठ जाइए।
इस बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और नेता विरोधी दल सम्राट चौधरी खड़े हो गए और कहा कि मुख्यमंत्री ने जब समीक्षा की बात कह रहे हैं तो फिर हाऊस अरेस्ट क्यों कर रहे हैं? आप लोग गुंडागर्दी कर रहे हैं। इस पर विजय चौधरी ने जवाब दिया कि जब मुख्यमंत्री ने कह दिया है तो फिर आंदोलन क्यों? इसलिए हाऊस अरेस्ट किया गया है। इसी दौरान सम्राट चौधरी शिक्षकों की गिरफ्तारी और बहाली को लेकर सभापति से भिड़ गए थे। सम्राट चौधरी सभापति के आसन के पास आकर सभापति से सवाल करने लगे। जिसके बाद हंगामा बढ़ता देख सभापति ने सदन की कार्यवाही को भोजनावकाश तक के लिए स्थगित कर दिया था। भोजनावकाश के बाद भाजपा विधान पार्षद का हंगामा लगातार जारी रहा। वे वेल में जाकर बैठ गये और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे। हंगामे को देखते हुए सभापति ने कल तक के लिए परिषद की कार्यवाही स्थगित कर दी।