Chhath Puja 2024: नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ महापर्व छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान, जेलों में कैदी भी कर रहे हैं छठ व्रत
By एस पी सिन्हा | Published: November 5, 2024 03:19 PM2024-11-05T15:19:46+5:302024-11-05T15:19:51+5:30
Chhath Puja 2024: जेल के अंदर बने तालाब की सफाई करा दी गई है जहां व्रती गुरुवार को अस्ताचलगामी सूर्य को और शुक्रवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देंगे।
Chhath Puja 2024: नहाए-खाए के साथ आज से चार दिनों तक चलने वाला आस्था का महापर्व छठ की शुरुआत हो गई है। बिहार में विभिन्न गंगा घाटों और जलाशयों पर सुबह से ही छठ व्रतियों की भारी भीड़ देखी गई। विभिन्न गंगा घाटों-नदियों में स्नान करने वाली छठव्रती और अन्य श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा, जहां छठव्रती गंगा स्नान के बाद पूजा अर्चना करती दिखी तो छठ व्रतियों के द्वारा गाए छठी मैया के गीतों से पूरा माहौल छठी मैया के भक्ति में डूबा नजर आया। क्या महिला, क्या पुरुष, क्या बच्चे सभी मां छठ के गुणगान करते दिखे। घाटों पर हजारों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाने के बाद चार दिवसीय सूर्य उपासना का अनुष्ठान शुरू कर दिया है।
उधर, छठ व्रतियों ने बताया कि आज कद्दू भात के बाद कल खरना का पूजा होगा। इसके बाद सात नवंबर को पहला अर्घ्य और 8 नवंबर को चौथे दिन भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करने के साथ महापर्व का समापन हो जाएगा। लोक आस्था के महापर्व छठ के मौके पर शहर के मोहल्लों, गांव की गलियों से लेकर चौक-चौराहों तक में छठी मईया के गीत गूंज रहे हैं।
इन सब से दूर सभी मनोकामना पूर्ण करने वाले इस पर्व में बिहार की जेलों में भी छठ के गीत गाए जा रहे हैं। जेलों का माहौल भी भक्तिमय हो गया है। बिहार के विभिन्न जेलों में बंद कई कैदी भी सूर्य उपासना के व्रत श्रद्धापूर्वक कर रहे हैं। इसके लिए जेल प्रशासन ने भी खास तैयारी की है। पटना के बेउर जेल में महिला और पुरुष सहित 70 बंदी छठ पूजा कर रहे हैं।
मौके पर जेल प्रशासन ने सभी छठ व्रतियों के लिये पूरी तैयारी की है। जेल में मौजूद छठ व्रतियों को पूजा सामग्री उपलब्ध करायी जा रही है। मंगलवार को छठ व्रत के पहले दिन नहाय-जेल को लेकर सभी कैदियों को प्रसाद के रूप में कद्दू-चावल दिया गया।
इसके अलावा खरना के रोज भी कारा प्रशासन बंदियों को प्रसाद उपलब्ध कराएगा। कुल 13 महिलाएं और 57 पुरुष बंदी छठ व्रत कर रहे हैं। जेल अधीक्षक विधु कुमार ने बताया कि लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर जेल में साफ-सफाई की गई है। छठ पूजा करने वाले बंदियों को सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने बताया कि भले ही व्रत 70 बंदी कर रहे हैं परंतु उनकी मदद के सभी कैदी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बेउर जेल में प्रत्येक वर्ष कैदियों द्वारा छठ व्रत किया जाता है। भागलपुर में 50 कैदी छठ पर्व कर रहे हैं। शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय जेल में 25 पुरुष, महिला मंडल कारा में 15 और तथा विशेष केंद्रीय कारा 10 बंदी छठ पर्व किया है। छठ पर्व करने वालों में एक मुस्लिम कैदी भी शामिल है।
जेल के अंदर बने तालाब की सफाई करा दी गई है जहां व्रती गुरुवार को अस्ताचलगामी सूर्य को और शुक्रवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देंगे। इसके अलावे गोपालगंज, बक्सर , मुंगेर जेल में भी कई कैदियों द्वारा छठ पर्व किये जाने की सूचना है। जेल विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक जेल में छठव्रती के किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो इसका जेल प्रशासन पूरा ख्याल रख रहा है।
शुद्धता का पर्याय माने जाने इस पर्व में जेल में भी शुद्धता का ख्याल रखा जा रहा है। छठ व्रत करने वालों में हिन्दू कैदियों के अलावा मुस्लिम समाज के तीन कैदी शामिल हैं। इस बार जेल के अंदर महिलाओं से अधिक पुरुष बंदी लोक आस्था का महापर्व छठ कर रहे है।