शिकायत करने के बजाय व्यस्त कार्यक्रम से सामंजस्य बिठाना पीवी सिंधु का काम: राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद
By भाषा | Published: January 24, 2020 07:59 PM2020-01-24T19:59:48+5:302020-01-24T19:59:48+5:30
गोपीचंद को उम्मीद है कि रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता सिंधु टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने में सफल रहेगी।
मुख्य राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद ने स्वीकार किया है कि बीडब्ल्यूएफ के व्यस्त कार्यक्रम के कारण परेशानियां हो रही हैं लेकिन इसके साथ ही उनका मानना है कि पीवी सिंधु जैसी खिलाड़ी को इसको लेकर शिकायत करने के बजाय इससे सामंजस्य बिठाना होगा। सिंधु ने पिछले साल विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता लेकिन वह कोई अन्य टूर्नामेंट नहीं जीत पायी।
गोपीचंद ने यहां एक कार्यक्रम से इतर पीटीआई से कहा, ‘‘मेरा मानना है कि व्यस्त कार्यक्रम शीर्ष खिलाड़ियों के लिए समस्या रहा है लेकिन यह मसला सभी खिलाड़ियों से जुड़ा है। शीर्ष खिलाड़ी होने के नाते यह उसका (सिंधु) का कर्तव्य है कि वह शिकायत किए बिना इससे सामंजस्य बिठाए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सिंधु अपनी कुछ गलतियों पर काम कर रही है और उम्मीद है कि हम इनका समाधान निकालने में सफल रहेंगे।’’
गोपीचंद को विश्वास है कि सिंधु ओलंपिक के समय पासा पलटने में सफल रहेगी। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास अच्छी टीम है जिसमें कोच के रूप में पार्क (ताइ सैंग) हैं, हमारे पास श्रीकांत ट्रेनर है और फिजियो हैं। उम्मीद है कि आने वाले महीनों और ओलंपिक से पहले हम अच्छी तैयारी करेंगे। ’’ गोपीचंद ने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर हमें खेल के कुछ पहलुओं पर काम करना होगा और उम्मीद है कि हम जल्द ही उस मुकाम तक पहुंचेंगे।’’
गोपीचंद को उम्मीद है कि रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता सिंधु टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने में सफल रहेगी। उन्होंने कहा, ‘‘उसके पास पदक जीतने का अच्छा मौका है। मेरा मानना है कि अच्छी तैयारियों के साथ वह बेहतर प्रदर्शन करेगी।’’
सिंधु टोक्यो के लिए अपना टिकट सुनिश्चित कर चुकी है, लेकिन साइना नेहवाल और किदाम्बी श्रीकांत के पास अपनी जगह पक्की करने के लिए कम समय बचा है, लेकिन गोपीचंद का मानना है कि ये दोनों दो तीन टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करके अब भी क्वालीफाई कर सकते हैं। साइना और श्रीकांत ‘रेस टू टोक्यो बीडब्ल्यूएफ ओलंपिक क्वालीफिकेशन रैंकिंग’ में क्रमश: 22वें और 26वें स्थान पर है
प्रत्येक देश के लिए एकल में दो खिलाड़ियों का कोटा है जो 28 अप्रैल की समयसीमा तक उनके शीर्ष 16 में रहने पर तय होगा। उन्होंने कहा, ‘‘ओलंपिक क्वालीफिकेशन तक सात टूर्नामेंट खेले जाने हैं। उन्हें ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने के लिए वास्तव में अच्छा प्रदर्शन करना होगा। एक दो टूर्नामेंट में अच्छे प्रदर्शन से वे ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने के करीब पहुंच सकते हैं।’’