पसंदीदा कार के साथ दफनाया गया ये नेता, परिवार वालों को बताई थी अंतिम इच्छा
By रजनीश | Published: April 14, 2020 06:20 PM2020-04-14T18:20:57+5:302020-04-14T18:31:30+5:30
कोरोना वायरस के चलते लॉकाडाउन होने की वजह पिट्सो की अंतिम यात्रा में कई मुख्य लोग शामिल नहीं हो सके। जिनमें उनके राजनीति सहयोगी और उनके समर्थकों सहित कई अन्य लोग भी थे।
एक प्रमुख राजनेता बफ्टन पिट्सो (Bufton Pisto) को उनकी चहेती कार मर्सिडीज बेंज ई500 (Mercedes Benz E500) के साथ दफनाया गया। पिट्सो का देहांत पिछले हफ्ते ही हुआ है और पिट्सो दक्षिण अफ्रीका के एक प्रमुख नेता थे। पिट्सो पूर्वी केप में यूनाइटेड डेमोक्रेटिक मूवमेंट (यूडीएम) के नेता थे
पिट्सो को मर्सिडीज कारों का काफी शौक था। उनके पास कई मर्सिडीज कारें थी। हालांकि हाल के कुछ सालों में आर्थिक जरूरतों के चलते अपनी कारों को बेचने के लिए मजबूर होना पड़ा लेकिन किसी तरह उन्होंने अपने लिए एक यूज्ड मर्सिडीज कार ई500 खरीदा।
हालांकि यह मर्सिडीज कार चलने की हालत में नहीं थी लेकिन पिट्सो इसमें बैठकर समय बिताते थे और कार रेडियो का आनंद लेते थे। यह कार दुनिया में उनकी सबसे पसंदीदा चीज थी।
पिट्सो ने अपने परिजनों को यह तक कह दिया था कि वह चाहते थे कि जब उनका अंतिम समय आएगा तो वो इसी में दफन हो जाना चाहेंगे। पिछले हफ्ते ही उनके निधन के बाद उनकी यह इच्छा भी पूरी की गई।
कोरोना वायरस के चलते लॉकाडाउन होने की वजह पिट्सो की अंतिम यात्रा में कई मुख्य लोग शामिल नहीं हो सके। जिनमें उनके राजनीति सहयोगी और उनके समर्थकों सहित कई अन्य लोग भी थे।
हालांकि कुछ अन्य रिपोर्ट्स के मुताबिक पिट्सो के अंतिम संस्कार में लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन किया गया। लोगों ने दूरी बनाए रखने का ध्यान नहीं रखा।
ड्राइविंग करते हुए दफनाए गए पिता के बारे में, उनकी बेटी सेफोरा लेत्सवाका ने कहा, "मेरे पिता एक व्यापारी थे। उनके पास मर्सिडीज का एक बड़ा संग्रह था, लेकिन इन्हें मुश्किल समय में बेचना पड़ा था। लेकिन वह इसे फिर से खरीदने में कामयाब रहे। वह जब भी अपनी कार में होते हैं सबसे ज्यादा खुश होते हैं।" पिट्सो की बेटी ने कहा कि वह कार में दफन होना चाहते थे तो हमने उनकी इच्छा का सम्मान किया और हम आशा करते हैं कि वह हमसे खुश होंगे।
पिट्सो ने मर्सिडीज कार में अपने पसंदीदा गाने को सुनकर बाहर आने के बाद अपनी आखिरी सांस ली थी। पिट्सो को सूट-बूट पहना कर ड्राइवर सीट में बैठाकर उनको दफन किया गया।
फोमोलॉन्ग अंत्येष्टि गृह के प्रबंधक तबीशो मंटुटले ने स्वीकार किया कि यह पहली बार था जब उन्होंने ताबूत नहीं बल्कि कार में शव यात्रा निकाली। हालांकि यह असामान्य था। इसके लिए कई कागजी प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ा लेकिन उनके अनुसार, सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मृतक ने अनुरोध के अनुसार उसने परिवार को शांति और खुशी के साथ अलविदा कहा।