दिल का दौरा पड़ने से एथलेटिक्स कोच पुरुषोत्तम राय का निधन, आज मिलना था द्रोणाचार्य पुरस्कार
By भाषा | Published: August 29, 2020 11:25 AM2020-08-29T11:25:30+5:302020-08-29T11:29:01+5:30
एथलेटिक्स कोच पुरुषोत्तम राय ने वर्चुअल समारोह के ड्रेस रिहर्सल में भी भाग लिया था...
खेलमंत्री किरेन रीजीजू ने अनुभवी एथलेटिक्स कोच पुरुषोत्तम राय के निधन पर शोक जताया जिन्हें शनिवार को आजीवन योगदान के लिये द्रोणाचार्य पुरस्कार मिलना था।
राय को शनिवार को यह सम्मान मिलना था और उन्होंने वर्चुअल समारोह के ड्रेस रिहर्सल में भी भाग लिया था। उनका शुक्रवार की रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 79 वर्ष के थे।
रीजीजू ने ट्वीट किया, ‘‘भारत ने शुक्रवार को अनुभवी एथलेटिक्स कोच श्री पुरुषोत्तम राय को खो दिया । उन्हें आज राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के वर्चुअल समारोह में द्रोणाचार्य (लाइफटाइम) पुरस्कार दिया जाना था । उनके योगदान को हमेशा याद रखा जायेगा।’’
India lost veteran athletics coach Shri. Puroshottam Rai on Friday. Shri. Rai was to receive the Dronacharya (Lifetime) Award today at the virtual National Sports Awards ceremony. @KirenRijiju condoled his death and said, "His contribution will always be remembered."
— Kiren Rijiju Office (@RijijuOffice) August 29, 2020
राय ने नेताजी खेल संस्थान से डिप्लोमा लेकर 1974 में कोचिंग कैरियर की शुरुआत की थी। उन्होंने ओलंपियन रिले धाविका वंदना राव, हेप्टाथलीट प्रमिला अयप्पा, अश्विनी नाचप्पा, मुरली कुटान, एम के आशा, जी जी प्रमिला को कोचिंग दी। वह 1987 विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप, 1988 एशियाई ट्रैक और फील्ड चैम्पियनशिप और 1999 दक्षिण एशियाई खेलों में भारतीय टीम के कोच भी रहे।