नवाज शरीफ ने कहा, "पत्नी कुलसुम का इंतकाल हुआ तब कोट-लखपत में बंद था, मेरी हालत का अंदाजा लगा सकते हैं, राजनीति इतनी भी क्रूर नहीं होनी चाहिए"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: October 10, 2022 03:29 PM2022-10-10T15:29:35+5:302022-10-10T15:34:24+5:30
नवाज शरीफ ने तत्कालीन इमरान खान सरकार द्वारा की किये गये जुल्म पर बात करते हुए कहा कि मुझे वे दृश्य याद हैं कि मेरी पत्नी मृत्यु शैय्या पर थी और हमारे साथ क्रूर व्यवहार किया जा रहा था।
![Nawaz Sharif said, "Wife Kulsoom died, she was locked in Kot-Lakhpat, you can guess my condition, politics should not be so cruel" | नवाज शरीफ ने कहा, "पत्नी कुलसुम का इंतकाल हुआ तब कोट-लखपत में बंद था, मेरी हालत का अंदाजा लगा सकते हैं, राजनीति इतनी भी क्रूर नहीं होनी चाहिए" Nawaz Sharif said, "Wife Kulsoom died, she was locked in Kot-Lakhpat, you can guess my condition, politics should not be so cruel" | नवाज शरीफ ने कहा, "पत्नी कुलसुम का इंतकाल हुआ तब कोट-लखपत में बंद था, मेरी हालत का अंदाजा लगा सकते हैं, राजनीति इतनी भी क्रूर नहीं होनी चाहिए"](https://d3pc1xvrcw35tl.cloudfront.net/sm/images/420x315/nawaz-sharif-pm-pak_20180631647.jpg)
फाइल फोटो
इस्लामाबाद: पूर्व प्रधानमंत्री और सत्ताधारी पीएमएल-एन के प्रमुख नवाज शरीफ ने एक पूर्व-रिकॉर्डेड इंटरव्यू में अपने साथ हुई नाइंसाफी और झूठे आरोपों को कारण पत्नी कुलसुम नवाज के इंताकल के बारे में बात करते हुए कहा गलत केस में फंसाकर उन्हें और उनके परिवार को बेहद कष्ट दिया गया।
नवाज शरीफ ने अपनी बेटी और पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरियम नवाज की मौजूदगी में कहा, "मुझे वे दृश्य याद हैं कि मेरी पत्नी मृत्यु की शैय्या पर थी और हमारे साथ क्रूर व्यवहार किया जा रहा था। लोग हमारा मज़ाक कर रहे थे।"
उन्होंने कहा, "मुझे अब भी याद है, कि जब मुझे 6 जुलाई 2018 को पता चला कि मेरे सजा का घोषणा हुआ। मैंने कहा कि मेरी पत्नी बहुत बीमार है। वह कोमा में है। मुझे कुछ रियायत दी जाए लेकिन मेरी अपील नहीं सुनी गई।"
उन्होंने कहा कि उस समय की सत्ताधारी पार्टी ने तय किया कि नवाज शरीफ का फैसला चुनाव से पहले सुनाया जाना चाहिए। मैंने मरियम से कहा कि उन्होंने जब फैसला ले लिया है तो हम वापस जाएंगे।
शरीफ ने कहा, “जैसे ही हमने पाकिस्तान की जमीन पर कदम रखा, सरकार ने हमारे साथ क्या किया, यह पूरी दुनिया के सामने है। लेकिन उन घटनाओं से हम निराश नहीं हुए। आज मरियम अपना केस जीतकर इस बात को साबित कर दिया कि हमें झूठे मामले में सजा दी गई थी।
तत्कालीन इमरान सरकार द्वारा किये गये व्यवहार पर खट्टे मन से नवाज शरीफ ने पूछा, “हमें इन झूठे मामलों में 200 से 250 बार कोर्ट के सामने पेश होना पड़ा। हमारे जीवन के कीमती पांच साल बर्बाद कर दिये गये। आखिर इसका किसी को तो जवाबदेह होना चाहिए, क्या मुझे यह पूछने का अधिकार नहीं है कि मेरे साथ ऐसा सलूक क्यों किया गया।"
पूर्व पीएम शरीफ ने कहा "क्या मैं यह भी नहीं पूछ सकता कि जब मरियम कोट लखपत जेल में मुझसे मिलने आई थीं, तो जेल अधिकारियों ने हमें बताया कि एनएबी आया है और मरियम को गिरफ्तार करना चाहता है। मेरे आंखों के सामने मरियम की गिरफ्तारी मुझे दर्द देने के लिए की गई थी, नहीं तो इसका कोई और कारण नहीं था। क्या ऐसे किसी की गिरफ्तारी की जाती है।”
उन्होंने कहा कि वह इमरान खान को बताना चाहते हैं कि उनके शासन के दौरान ऐसी चीजें हुईं जो और भी किसी नेता के समय में नहीं हुई थी। उन्होंने केस के दौरान एक वाकये के बारे में बात करते हुए कहा जब वह जज अरशद मलिक की कोर्ट में थे, उन्हें सूचना मिली की पत्नी कुलसुम की तबीयत खराब हो गई है और वह आईसीयू में हैं।
नवाज शरीफ ने कहा, "मैं बेहद चिंतित था लेकिन अदालत ने मुझे कोई रियायत नहीं दी। मैं जेल गया और जेल अधीक्षक के कमरे में मैंने परिवार से बात करने की अनुमति मांगी लेकिन मुझसे कहा गया कि 'मैं अपने परिवार वालों से बात नहीं कर सकता हूं।"
पीएमएल-एन के प्रमुख नवाज शरीफ ने कहा, "मुझे जेल में परिवार से बात करने की अनुमति नहीं मिली। मुझे सेल में ले गए और तीन घंटे बाद जेल अधिकारी मेरे पास आए और कहा 'हमें बहुत खेद है कि आपकी पत्नी की मृत्यु हो गई है।"
उन्होंने आगे कहा, "आप कल्पना कर सकते हैं कि जब मुझे पत्नी की मौत की खबर जेल में मिली तो मेरी क्या हालत हुई होगी।" पाकिस्तान के तीन बार प्रधानमंत्री रहे नवाज शरीफ ने कहा, "मुझे लगता है कि राजनीति में विरोध का अपना स्थान है लेकिन किसी व्यक्ति पर इतनी भी क्रूरता नहीं होनी चाहिए।"
पीटीआई प्रमुख इमरान खान का जिक्र करते हुए नवाज शरीफ ने कहा, "वो हर बात में यू-टर्न लेते हैं, देश इसे देख रहा है।"