Israel–Hamas war: इजरायल अब राफा पर जमीनी आक्रमण की योजना बना रहा है, हमास के सामने रखा आखिरी प्रस्ताव
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: April 27, 2024 10:45 AM2024-04-27T10:45:26+5:302024-04-27T10:46:43+5:30
राफा दक्षिणी गाजा पट्टी में एक फ़िलिस्तीनी शहर है। यह गाजा शहर से 30 किलोमीटर (19 मील) दक्षिण-पश्चिम में स्थित है। इज़रायल-हमास युद्ध के दौरान इज़रायल द्वारा गाजा सिटी और खान यूनिस में बड़े पैमाने पर बमबारी और जमीनी हमलों के परिणामस्वरूप फरवरी 2024 तक लगभग 14 लाख लोग राफा में शरण लिए हुए हैं।
Israel–Hamas war: गाजा में जमीनी अभियान के बाद इजरायल अब राफा पर आक्रमण की योजना बना रहा है। हालांकि इससे पहले इजरायली अधिकारियों ने अपने मिस्र के समकक्षों से कहा है कि राफा पर आक्रमण से पहले वह हमास के साथ समझौते पर पहुंचने के लिए बंधक वार्ता को एक आखिरी मौका देने के लिए तैयार है। इजरायल ने मिस्र से कहा से कहा है कि वह राफा में ऑपरेशन की तैयारियों को लेकर गंभीर है और वह हमास को इसमें देरी नहीं करने देगा।
दूसरी तरफ हमास ने बंदियों की रिहाई के प्रस्ताव पर कहा है कि किसी भी समझौते पर पहुंचने से पहले युद्धविराम होना जरूरी है। गाजा में हमास के उप प्रमुख खलील अल-हया ने एक बयान में कहा कि हमास को संघर्ष विराम वार्ता का प्रस्ताव मिला है।
इजरायल हमास को पूरी तरह ख़त्म करने के लिए राफा में अंदर घुस कर हमला करना चाहता है। इजरायल चाहता है कि गाजा में हमास का कोई नामोनिशान न रहे। लेकिन यह फैसला इजरायल के लिए मुसीबत भी बन सकता है क्योंकि इससे इजरायल को मिल रहे अंतरराष्ट्रीय समर्थन में कमी आ सकती है।
बता दें कि राफा दक्षिणी गाजा पट्टी में एक फ़िलिस्तीनी शहर है। यह गाजा शहर से 30 किलोमीटर (19 मील) दक्षिण-पश्चिम में स्थित है। इज़रायल-हमास युद्ध के दौरान इज़रायल द्वारा गाजा सिटी और खान यूनिस में बड़े पैमाने पर बमबारी और जमीनी हमलों के परिणामस्वरूप फरवरी 2024 तक लगभग 14 लाख लोग राफा में शरण लिए हुए हैं। राफा का एक भाग गाजा में है और दूसरा मिस्त्र में। राफ़ा बॉर्डर मिस्र और गाजा पट्टी के बीच एकमात्र क्रॉसिंग बिंदु है।
बता दें कि इजरायल राफा पर हवाई हमले पहले से ही कर रहा है। दक्षिणी इजरायल में एक जबरदस्त हमले के बाद गाजा में सात अक्टूबर को युद्ध शुरू हुआ था जिसमें हमास और अन्य आतंकवादियों ने लगभग 1,200 लोगों को मार डाला था। मृतकों में ज्यादातर नागरिक थे और लगभग 250 बंधकों का अपहरण कर लिया गया था। इस युद्ध में अब तक 34 हजार से अधिक फलस्तीनी लोग मारे गए हैं।