Lok Sabha Election 2024: बारामती में निर्दलीय उम्मीदवार को EC के 'तुरही' जैसे चिह्न देने पर राकांपा (एसपी) ने जताई आपत्ति
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 23, 2024 05:08 PM2024-04-23T17:08:38+5:302024-04-23T17:17:37+5:30
Lok Sabha Election 2024: बारामती सीट से लड़ रहे निर्दलीय उम्मीदवार को 'तुरही' जैसा चिन्ह देने पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) ने आपत्ति जाहिर की है, क्योंकि यह चिन्ह पार्टी को चुनाव आयोग ने पहले से दे रखा है।
Lok Sabha Election 2024: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) ने अपने गढ़ बारामती से चुनाव लड़ रहे एक निर्दलीय प्रत्याशी को 'तुरही' जैसा चिह्न आवंटित किये जाने को लेकर निर्वाचन आयोग के पास एक शिकायत दायर की है। राकांपा (एसपी) ने दावा किया कि निर्वाचन आयोग ने निर्दलीय उम्मीदवार शेख सोयल शाह युनूस शाह को तुरही जैसा चिह्न आवंटित किया है और इसकी पहचान "तुतारी" के रूप में हुई है। आयोग ने राकांपा (एसपी) को "तुरहा बजाते व्यक्ति" का चिह्न आवंटित किया है।
पार्टी की उम्मीदवार सुप्रिया सुले के चुनाव प्रतिनिधि लक्ष्मीकांत खाबिया ने इस सिलसिले में निर्वाचन आयोग के पास एक शिकायत दायर की है, जिसमें कहा गया है कि दोनों चिह्नों के नाम में समानता है जिससे मतदाताओं को भ्रम पैदा हो सकता है। खाबिया ने 20 अप्रैल को निर्वाचन अधिकारी को शिकायत सौंपी थी। उन्होंने शिकायत में कहा, "निर्दलीय उम्मीदवार को तुरही चिह्न आवंटित किया गया है। हमने निर्वाचन आयोग से इस चिह्न को ‘तुतारी’ नहीं कहने का अनुरोध किया है।"
राकांपा (एसपी) का चिह्न तुरहा है, जिसे मराठी में तुतारी भी कहा जाता है। इसे राजाओं के आगमन के समय बजाया जाता था। पुणे जिला स्थित बारामती, पवार परिवार का गढ़ है और शरद पवार की बेटी सुले इस सीट से तीन बार की सांसद हैं। सुले अपनी भाभी एवं उपमुख्यमंत्री अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं जो राकांपा उम्मीदवार हैं। राकांपा, महायुति का हिस्सा है जिसमें शिवसेना और भाजपा शामिल है।