"मोदीजी 4 जजों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा था, आपके शासन में 'लोकतंत्र का नाश' हो रहा है", खड़गे ने किया पीएम मोदी पर हमला
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 29, 2024 10:24 AM2024-03-29T10:24:13+5:302024-03-29T10:28:52+5:30
कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री मोदी पर ''लोकतंत्र के साथ छेड़छाड़'' करने और ''एक के बाद एक संस्थाओं को धमकाने'' का आरोप लगाया है।
नई दिल्ली:कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को कथित तौर पर न्यायपालिका को कमजोर करने वाले एक "विशिष्ट हित समूह" के खिलाफ चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ को लिखी गई चिट्ठी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कांग्रेस पर किये गये हमले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री मोदी पर ''लोकतंत्र के साथ छेड़छाड़'' करने और ''एक के बाद एक संस्थाओं को धमकाने'' का आरोप लगाया है।
कांग्रेस प्रमुख खड़गे ने सोशल प्लेफॉर्म 'एक्स' पर किये पोस्ट में कहा, ''प्रदानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, आप न्यायपालिका के बारे में बात कर रहे हैं। आप यह बेहद आसानी से भूल जाते हैं कि सुप्रीम कोर्ट के तत्कालीन 4 वरिष्ठ जजों ने एक अभूतपूर्व प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करके मीडिया में खुलकर 'लोकतंत्र के विनाश' के खिलाफ चेतावनी दिया था और यह आपके शासन में हुआ था।”
PM @narendramodi ji,
— Mallikarjun Kharge (@kharge) March 28, 2024
You are talking about Judiciary.
1. You conveniently forget that 4 senior-most Supreme Court judges were forced to hold an unprecedented press conference and warn against "destruction of Democracy". That happened under your regime.
One of the judges was…
उन्होंने देश के पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के राज्यसभा में जाने को लेकर हमला करते हुए कहा, "एक न्यायाधीश को राज्यसभा के लिए नामित किया गया था तो फिर बताइये कौन 'प्रतिबद्ध न्यायपालिका' चाहता है? आप भूल गए हैं कि आपकी पार्टी ने वर्तमान लोकसभा चुनाव के लिए पश्चिम बंगाल में हाईकोर्ट के एक पूर्व जज को मैदान में उतारा है। आखिर उन्हें यह उम्मीदवारी क्यों दी गई?”
मालूम हो कि लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा और कांग्रेस में रार तेज हो गई है। वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे और ‘बार काउंसिल ऑफ इंडिया’ के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा समेत अनेक वकीलों ने प्रधान न्यायाधीश को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि एक निहित स्वार्थ वाला समूह ‘बेकार के तर्कों और घिसे-पिटे राजनीतिक एजेंडा’ के आधार पर न्यायपालिका पर दबाव डालने और अदालतों को बदनाम करने का प्रयास कर रहा है।
इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर कांग्रेस पर हमला किया है। पीएम ने लिखा है कि दूसरों को डराना-धमकाना कांग्रेस की पुरानी संस्कृति है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कई वकीलों द्वारा प्रधान न्यायाधीश को पत्र लिखे जाने के संबंध में कहा कि दूसरों को धमकाना और धौंस दिखाना कांग्रेस की पुरानी संस्कृति हैं।
वकीलों की ओर से प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ को पत्र लिखकर न्यायपालिका पर दबाव डालने और अदालतों को बदनाम करने के प्रयास के आरोप लगाए जाने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधा और दावा किया कि ‘दूसरों’ को धमकाना और धौंस दिखाना विपक्षी पार्टी की ‘पुरानी संस्कृति’ है।
प्रधान न्यायाधीश को लिखे गए पत्र में आरोप लगाया है कि एक ‘निहित स्वार्थी समूह बेकार के तर्कों और घिसे-पिटे राजनीतिक एजेंडा’ के आधार पर न्यायपालिका पर दबाव डालने और अदालतों को बदनाम करने का प्रयास कर रहा है। इस पत्र की प्रति के साथ ‘एक्स’ पर की गयी एक पोस्ट को टैग करते हुए प्रधानमंत्री ने लिखा, ‘‘दूसरों को धमकाना और धौंस दिखाना कांग्रेस की पुरानी संस्कृति है।