Lok Sabha Elections 2024: "वो सिर्फ अपने बेटे-बेटियों की चिंता करते हैं", अमित शाह ने सोनिया, लालू, शरद, उद्धव, स्टालिन समेत विपक्षी नेताओं पर बोला हमला
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 12, 2024 07:01 AM2024-04-12T07:01:35+5:302024-04-12T07:06:07+5:30
अमित शाह ने देश में 'परिवारवाद की राजनीति' में शामिल होने के लिए कांग्रेस की सोनिया गांधी, राजद के लालू यादव, एनसीपी के शरद पवार, शिवसेना (यूबीटी) के उद्धव ठाकरे समेत विपक्षी नेताओं पर कड़ा प्रहार किया।
कटनी: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बीते गुरुवार को देश में 'परिवारवाद की राजनीति' में शामिल होने के लिए कांग्रेस की सोनिया गांधी, राजद के लालू यादव, एनसीपी के शरद पवार, शिवसेना (यूबीटी) के उद्धव ठाकरे, डीएमके के एमके स्टालिन समेत विपक्षी नेताओं और उनके दलों पर कड़ा प्रहार किया। अमित शाह ने कहा कि उन सभी का ध्यान देश के युवाओं पर नहीं बल्कि अपने परिवार के सदस्यों को बढ़ाने पर है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार खजुराहो से बीजेपी प्रत्याशी विष्णु दत्त शर्मा के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ''कांग्रेस पार्टी ने जातिवाद, भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार पर भरोसा करते हुए सात दशकों तक देश पर शासन किया। जबकि प्रधानमंत्री मोदी ने इस देश से जातिवाद, भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार को खत्म करने का प्रयास किया।''
उन्होंने आगे कहा, पीएम मोदी ने सोनिया, लालू, शरद, उद्धव, स्टालिन समेत विपक्षी नेताओं के उलट देश की जनता के लिए काम किया है और भाजपा ने विशेष रूप से अपना ध्यान चार श्रेणियों वंचित, युवाओं, किसानों और महिलाओं पर लगाया है।"
अमित शाह ने देश में व्याप्त विपक्ष की 'वंशवादी राजनीति' पर कहा, ''महाराष्ट्र में शरद पवार अपनी बेटी को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं, उद्धव ठाकरे का उद्देश्य अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना है, एमके स्टालिन अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं, लालू यादव बिहार में तेजस्वी को सीएम बनाना चाहते हैं, बंगाल में ममता बनर्जी का उद्देश्य अपने भतीजे को सीएम बनाना है और सोनिया गांधी अपने बेटे राहुल गांधी को देश का प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं। अब आप ही बताइए, जो लोग अपने परिवार के लिए काम कर रहे हैं, क्या वे युवाओं, महिलाओं, किसानों, दलितों या गरीबों के बारे में क्या सोचेंगे?”
उन्होंने आगे आरोप लगाया कि जब कांग्रेस 2004 से 2014 तक देश में सत्ता में थी तो वह 12,000 करोड़ के भ्रष्टाचार और घोटालों में शामिल थी। शाह ने कांग्रेस को 'ओबीसी विरोधी पार्टी' करार देते हुए कहा कि अगर वह सत्ता में आई तो देश में सबसे ज्यादा नुकसान ओबीसी समुदाय को होगा।
अमित शाह ने यह भी कहा कि भाजपा के 37 प्रतिशत मंत्री ओबीसी हैं और प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर ओबीसी आयोग की स्थापना और शैक्षणिक संस्थानों में ओबीसी के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण लागू करने पर हम जोर दे रहे हैं।
विपक्ष पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा, ''न वे गरीबों की सेवा कर सकते हैं, न वे मां नर्मदा की रक्षा कर सकते हैं, न वे देश की सीमाओं की रक्षा कर सकते हैं। उनका पूरा ध्यान अपनी बेटियों और बेटों पर है, जबकि पीएम मोदी का पूरा ध्यान सेवा पर है।"
शाह ने मध्य प्रदेश की जनता से भाजपा के खजुराहो उम्मीदवार विष्णु दत्त शर्मा के लिए वोट डालने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, "पहली बार जब वह चुनाव लड़ रहे थे, तो मैं उनका समर्थन करने आया था और मैं फिर से यहां हूं।" राज्य की छह अन्य संसदीय सीटों के साथ खजुराहो में 26 अप्रैल को दूसरे चरण में मतदान होगा।
मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव कुल सात चरणों में से पहले चार चरणों, 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, 7 मई और 13 मई को होने हैं। वोटों की गिनती 4 जून को होगी।