Lok Sabha Elections 2024: पीएम मोदी के मालदा जाने से बदली सियासी तस्वीर, बंगाल कांग्रेस प्रियंका गांधी को लाकर पलटना चाहती है बाजी, जानिए क्या है समीकरण
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 28, 2024 11:43 AM2024-04-28T11:43:49+5:302024-04-28T11:46:50+5:30
पश्चिम बंगाल कांग्रेस मालदा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हुई सार्वजनिक बैठक के बाद मालदा दक्षिण की सीट जीतने के लिए प्रियंका गांधी को प्रचार के लिए लाना चाहती है।
कोलकाता: पश्चिम बंगाल कांग्रेस मालदा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शनिवार को हुई सार्वजनिक बैठक के बाद मालदा दक्षिण की सीट बरकरार रखने के लिए पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी को प्रचार के लिए आमंत्रित करने पर विचार कर रहा है।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि उन्हें दिल्ली आलाकमान से प्रियंका गांधी के मालदा दौरे को हरी झंडी देने का इंतजार है।
समाचार वेबसाइट 'द स्टेटमेंट' के अनुसार मालदा से कांग्रेस उम्मीदवार ईशा खान चौधरी का चुनाव प्रचार संभला रहे एक नेता ने कहा, “प्रियंका गांधी 30 अप्रैल या 3 मई को मालदा के पास किसी उपयुक्त स्थान पर दो कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए प्रचार कर सकती हैं। यह उनके समय की उपलब्धता पर निर्भर करता है। हमने पार्टी आलाकमान को एक प्रस्ताव भेजा है और हम उनकी ओर से प्रियंका गांधी के कार्यक्रम की पुष्टि का इंतजार कर रहे हैं।”
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने कल मालदा में दर्शकों को संबोधित करते हुए कांग्रेस की जमकर आलोचना की थी। नरेंद्र मोदी ने कहा था कि कांग्रेस संवैधानिक प्रावधानों के खिलाफ मुसलमानों के लिए धर्म के आधार पर आरक्षण शुरू करके ओबीसी के आरक्षण अधिकारों पर 'डकैती' कर रही है। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस एससी, एसटी और ओबीसी का दावा लूटकर दूसरों को देने की कोशिश करेगी।
इस पूरे मामले में सबसे दिलचस्प बात यह है कि बंगाल की मालदा (दक्षिण) सीट पर भाजपा उम्मीदवार को हराने के लिए कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस दोनों उम्मीदवार भाजपा विरोधी मतदाताओं पर भरोसा करते हुए एक-दूसरे को चुनौती दे रहे हैं।
वहीं भाजपा नेता और समर्थक पूरे विश्वास के साथ प्रचार कर रहे हैं कि मतदाताओं के धार्मिक ध्रुवीकरण के कारण पार्टी उम्मीदवार मालदा सीट पर जीत जाएगा। पता चला है कि पार्टी में एक वर्ग भाजपा उम्मीदवार श्रीरूपा मित्रा चौधरी, जो कि मौजूदा समय में इंग्लिश बाजार से विधायक भी हैं। उनके खिलाफ काम कर रहा है।
मालूम हो कि मालदा से दिवंगत एबीए गनी खान चौधरी के भाई अबू हसन खान चौधरी पिछले तीन बार से लगातार मालदा दक्षिण लोकसभा सीट से चुने गए थे। खान चौधरी अपने वोट बैंक के तीव्र ध्रुवीकरण के बाद लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच राजनीतिक समझ के पक्ष में थे।
हालांकि आखिरकार खान चौधरी ने अपनी बीमारी के कारण अपने बेटे ईशा खान चौधरी को मैदान में उतारने का फैसला किया, जो बैष्णबनगर और सुजापुर से दो बार विधायक चुने गए थे लेकिन 2021 के विधानसभा चुनाव में वह सुजापुर से हार गये थे और यह सीट तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार के खाते में गई थी।
अबू हसन खान चौधरी ने 2019 में मालदह (उत्तर) से कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा, जहां से भाजपा उम्मीदवार खगेन मुर्मू चुने गए क्योंकि तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार मौसम नूर को भाजपा विरोधी खेमे से भारी वोट मिले थे।