Lok Sabha Elections 2024: "नरेंद्र मोदी हमारे घोषणापत्र को सांप्रदायिक बनाकर पेश कर रहे हैं", कांग्रेस नेता जयराम रमेश का प्रधानमंत्री पर हमला
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 25, 2024 02:28 PM2024-04-25T14:28:57+5:302024-04-25T14:33:23+5:30
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कांग्रेस के घोषणापत्र को सांप्रदायिक रंग देने का आरोप लगाया है।
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कांग्रेस के घोषणापत्र को सांप्रदायिक रंग देने का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता रमेश ने पीएम मोदी पर कुछ ऐसे मुद्दे उठाने का भी आरोप लगाया है, जो कांग्रेस के घोषणापत्र में नहीं हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, "बीजेपी मुसीबत में है। पीएम हैरान हैं। 19 अप्रैल से वह पूरे एजेंडे को एक अलग दिशा में ले जाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने हमारे घोषणापत्र को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की, जिसके बाद उन्होंने हमारे घोषणापत्र में कुछ ऐसे मुद्दे उठाए हैं, जो सही नहीं हैं। वह अपनी चुनावी रैलियों में हमारे घोषणापत्र के बारे में झूठा प्रचार कर रहे हैं। हालांकि ययह पहली बार है कि प्रधानमंत्री विपक्ष के घोषणापत्र का प्रचार कर रहे हैं।''
जयराम रमेश ने पीएम के इस दावे को चुनौती दी कि उनका घोषणापत्र संपत्ति बंटवारे के बारे में बात करता है। उन्होंने कहा कि उनके 50 पन्नों के घोषणापत्र में एक भी शब्द ऐसा नहीं है, जो संपत्ति बंटवारे का संकेत देता हो।
उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री कहते हैं कि हमारा घोषणापत्र संपत्ति बंटवारे की बात करता है। मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि हमारे 50 पन्नों के घोषणापत्र में एक भी शब्द ऐसा नहीं है, जो धन बंटवारे का संकेत देता हो।"
कांग्रेस नेता रमेश ने कहा कि कांग्रेस के घोषणापत्र में विरासत कर का कोई जिक्र नहीं है, इसलिए यह उनके एजेंडे का हिस्सा नहीं है।
उन्होंने कहा, "मैं एक बात स्पष्ट करना चाहता हूं। हमारे घोषणापत्र में विरासत कर का कोई उल्लेख नहीं है, यह हमारा एजेंडा नहीं है। सच्चाई यह है कि 1985 में प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने विरासत कर को समाप्त कर दिया था। हमने कभी भी विरासत कर के बारे में कुछ भी उल्लेख नहीं किया है और यह हमारे एजेंडे का हिस्सा नहीं है।"
मालूम हो कि इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने धन पुनर्वितरण की दिशा में नीति की आवश्यकता पर जोर देते हुए अमेरिका में प्रचलित विरासत कर की अवधारणा के बारे में बात करते हुए कहा कि ये ऐसे मुद्दे हैं जिन पर चर्चा की आवश्यकता होगी, जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया।
हालांकि, कांग्रेस पार्टी ने खुद को टिप्पणियों से अलग कर लिया है और कहा है कि विरासत कर कानून पार्टी की स्थिति को प्रतिबिंबित नहीं करते हैं लेकिन भाजपा ने पित्रोदा की टिप्पणी को लेकर कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कांग्रेस पार्टी के विरासत कर के प्रस्ताव की आलोचना करते हुए उन पर आम लोगों की संपत्ति जब्त करने का इरादा रखने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस, जिसने 60-65 वर्षों तक देश को लूटा है, अपनी वोट बैंक नीति के तहत रोहिंग्याओं के बीच आय को वितरित करने की योजना बना रही है।
सीएम योगी ने कहा, "देश के आम लोगों के प्रति कांग्रेस की मानसिकता यूपीए सरकार के कार्यकाल और कल के दौरान सामने आई थी। कांग्रेस के घोषणापत्र में भी इसके संकेत थे। सैम पित्रोदा ने कल जो कहा था कि संपत्ति बंटवारे को लेकर तत्कालीन गृह मंत्री पी चिदंबरम ने भी वकालत की थी।"
उन्होंने आगे कहा, "कांग्रेस ने लगभग 60-65 वर्षों तक देश के संसाधनों को लूटा, अब उसकी नजर आम लोगों की संपत्ति पर है, इसलिए वह इनहेरिटेंस टैक्स की बात कर रही है, जो घुसपैठिए हैं, उन्हें कौन नहीं जानता देश के विभिन्न हिस्सों में करोड़ों घुसपैठियों, रोहिंग्याओं के पीछे क्या कांग्रेस की वोट बैंक नीति है? उन्होंने हमेशा देश की कीमत पर राजनीति की है, विरासत कर इसका एक हिस्सा है।"