Lok Sabha Elections 2024: "देश की बेटियां हार गई, बृजभूषण जीत गया...", साक्षी मलिक ने भाजपा द्वारा कैसरगंज से करणभूषण सिंह को टिकट देने पर कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 3, 2024 06:54 AM2024-05-03T06:54:59+5:302024-05-03T07:04:02+5:30
देश की शीर्ष महिला पहलवान और ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक ने भाजपा द्बारा बृजभूषण शरण सिंह के बेटे को कैसरगंज के लोकसभा का टिकट देने के लिए भाजपा की जमकर आलोचना की है।
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी द्वारा उत्तर प्रदेश की कैसरगंज सीट से पूर्व डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करणभूषण शरण सिंह को लोकसभा का टिकट देने के बाद देश की शीर्ष महिला पहलवान और ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक ने बीते गुरुवार को निराशा व्यक्त की और उसके लिए भाजपा की जमकर आलोचना की।
सोशल प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर किये एक पोस्ट में साक्षी मलिक ने कहा कि भाजपा ने बृजभूषण के बेटे को चुनावी मैदान में उतारकर देश की बेटियों को हरा दिया है।
उन्होंने कहा, "देश की बेटियाँ हार गई, बृजभूषण जीत गया। हम सबने अपना करियर दांव पे लगाया, कई दिन धूप बारिश में सड़क पर सोये। आज तक बृजभूषण को गिरफ़्तार नहीं किया गया। हम कुछ नहीं माँग रहे थे, सिर्फ़ इंसाफ़ की माँग थी। गिरफ़्तारी छोड़ो, आज उसके बेटे को टिकट देके आपने देश की करोड़ों बेटियों का हौसला तोड़ दिया है। टिकट जाएगी तो एक ही परिवार में, क्या देश की सरकार एक आदमी के सामने इतनी कमज़ोर होती है ? प्रभु श्री राम के नाम पर सिर्फ़ वोट चाहिए, उनके दिखाए मार्ग का क्या?"
मालूम हो कि उत्तर प्रदेश की कैसरगंज सीट को लेकर चल रही सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व प्रमुख और महिला पहलवानों के साथ कथित यौन उत्पीड़न का आरोप झेल रहे बृज भूषण शरण सिंह के बेटे करण भूषण सिंह को लोकसभा चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया।
कैसरगंज निर्वाचन क्षेत्र वर्तमान में भाजपा के बृजभूषण सिंह के पास है, जो इस सीट सेतीन बार सांसद हैं। हालांकि इस बार उन्हें भाजपा ने टिकट नहीं दिया है। बृजभूषण पर महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न का आरोप लगने के बाद यह सीट बीजेपी के लिए सोच का विषय बन गई थी।
इसके बाद साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट सहित कई एथलीटों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया था। दिल्ली पुलिस ने पिछले साल जून में पूर्व डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ मामले के संबंध में आरोप पत्र दायर किया था।