बिहार: तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर हुए नरम, कहा- 'मुझे उनसे सहानुभूति है'
By एस पी सिन्हा | Published: April 18, 2024 03:59 PM2024-04-18T15:59:50+5:302024-04-18T16:00:04+5:30
तेजस्वी यादव ने कहा कि उन तक उनके दल एवं शासन-प्रशासन की ही सही बातें नहीं पहुंचती, विपक्ष की तो छोड़िए। उन्हें अभी इसका एहसास नहीं हो रहा, लेकिन बाद में होगा।
पटना: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर एकदम नरम नजर आ रहे हैं। उन्होंने नीतीश कुमार को आगाह करते हुए उनके स्वास्थ्य के लिए चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पर कुछ नहीं कहना चाहूंगा। वो आदरणीय हैं, सम्मानित हैं। मुझे उनसे सहानुभूति है। उनके इर्द-गिर्द कुछ लोग गुमराह कर अपने व्यक्तिगत फायदे के लिये उनका गलत इस्तेमाल कर रहे हैं।
तेजस्वी यादव ने कहा कि उन तक उनके दल एवं शासन-प्रशासन की ही सही बातें नहीं पहुंचती, विपक्ष की तो छोड़िए। उन्हें अभी इसका एहसास नहीं हो रहा, लेकिन बाद में होगा। उनका दल और लोग भी पछताएंगे, लेकिन तब तक चीजें हाथ से निकल चुकी होंगी। उन गिनती भर लोगों ने उनके साथ क्या-क्या किया है? उनको छल बल से कैसे भ्रमित किया, यह सब आगे लिखूंगा। अभी आलोचना करने का समय और परिस्थिति नहीं है। मैं हमेशा उनके साथ बेटे की तरह खड़ा रहा। मैं उनके स्वस्थ जीवन की मंगल कामना करता हूं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आजकल चुनाव प्रचार के लिए नहीं निकल रहे हैं। हम ऐसा पहली बार देख रहे हैं कि चुनाव के वक्त मुख्यमंत्री नीतीश कुमार घर में कैद हैं। पटना एयरपोर्ट पर मीडिया ने जब सवाल किया कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने आपकी पार्टी पर बड़ा आरोप लगाया है और कहा है कि राजद गुंडों की पार्टी है, सबको ठंडा कर देंगे।
इस सवाल के जवाब में तेजस्वी ने कहा कि इनकी भाषा की मर्यादा कितनी गिरती जा रही है। यह सब हारने की वजह से बेचैन हैं। बौखलाहट में हैं। जान रहे हैं कि जहां भी जा रहे हैं, उनकी सभा में भीड़ भी नहीं हो रही है, लिहाजा इस बात का दर्द है। इन्हें कोई सुनने नहीं आ रहा है। ये चुनाव हार रहे हैं। उन्होंने कहा कि अखिलेश प्रसाद सिंह ठीक कह रहे हैं कि ये 14 में आए थे और 24 में जा रहे हैं। वहीं, उन्होंने परिवारवाद को लेकर कहा कि मोदी जी लिखकर दे दे कि किसी बाल बच्चे वाले को टिकट नहीं देंगे और न ऐसी पार्टियों से गठबंधन करेंगे, जिसकी पीढ़ियां चलती आ रही हैं।
वहीं, राजद नेता देवेन्द्र प्रसाद यादव के इस्तीफे के सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि चुनाव में आना-जाना लगा रहता है। हम लोग भी सोच रहे थे कि कहीं से कुछ हो जाए, एडजस्ट हो जाएं। गठबंधन हम लोगों का है, इस वजह से हो नहीं पाया। गठबंधन भी जरूरी है। चुनाव में जब तक त्याग नहीं कीजिएगा, काम नहीं चलने वाला है। सब लोगों की इच्छा चुनाव लड़ने की होती है, लेकिन टिकट तो एक ही है। गठबंधन धर्म निभाएं या एक व्यक्ति को देखें। पार्टी बड़ी होती है। पार्टी धर्म को मानना चाहिए।