ब्लॉग: श्रमिकों के लिए सुरक्षा संस्कृति विकसित हो
By योगेश कुमार गोयल | Published: March 4, 2024 11:03 AM2024-03-04T11:03:02+5:302024-03-04T11:43:08+5:30
भारत में प्रतिवर्ष 4 मार्च को राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएससी) द्वारा 'राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस' और इस दिन से सप्ताह भर तक 'राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह' मनाया जाता है, जो 10 मार्च तक मनाया जाएगा।
भारत में प्रतिवर्ष 4 मार्च को राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएससी) द्वारा 'राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस' और इस दिन से सप्ताह भर तक 'राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह' मनाया जाता है, जो 10 मार्च तक मनाया जाएगा। इस दौरान कई कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को सुरक्षित रहने के उपायों के बारे में बताया जाता है और औद्योगिक दुर्घटनाओं से बचने के तरीकों व उससे होने वाले गंभीर नुकसान के बारे में जागरूक करने का प्रयास जाता है।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाने का प्रमुख उद्देश्य विभिन्न प्रकार की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए किए जाने वाले सुरक्षा उपायों के बारे में जनता को जागरूक करना ही है। यह दिवस मनाए जाने की महत्ता इसीलिए है क्योंकि सुरक्षा उपायों को लेकर जागरूकता के अभाव में प्रतिवर्ष सैकड़ों लोगों की मौत हो जाती है।
कारखाना सलाह सेवा और श्रम संस्थान (डीजीएफएएसएलआई) की एक रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2017 से 2020 के बीच भारत के पंजीकृत कारखानों में प्रतिदिन तीन लोगों की जान दुर्घटना के कारण गई, साथ ही रोजाना 11 लोग घायल भी हुए। 2018 से साल 2020 के बीच 3331 मौतें दर्ज की गईं, जिनका मुख्य कारण जरूरत से ज्यादा काम, प्रशिक्षण की कमी और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं होना ही था।
दुर्घटना चूंकि कभी भी और कहीं भी हो सकती है इसलिए सावधानी अपनाकर अथवा संभावित दुर्घटना के बारे में पहले से जानते हुए उससे आसानी से बचा जा सकता है। इसलिए सभी क्षेत्रों में सुरक्षा को लेकर जागरूकता फैलाना और दुर्घटनाओं में अपेक्षित कमी लाना ही राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस का मूल उद्देश्य है। यह दिन लोगों को वित्तीय हानि, स्वास्थ्य समस्याओं और उनके जीवन में आने वाली अन्य समस्याओं से सुरक्षित करने के लिए प्रतिवर्ष खास विषय के साथ मनाया जाता है।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस हमारे उन हजारों जांबाजों को भी समर्पित है, जो अपनी जान खतरे में डालकर हर पल देश की सुरक्षा के लिए सरहदों पर तैनात रहते हैं। यह दिवस मनाने के लिए हर साल एक विशेष कैंपेन या थीम जारी की जाती है, जिसका निर्धारण एनएससी द्वारा किया जाता है। राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2024 का विषय है 'ईएसजी उत्कृष्टता के लिए सुरक्षा नेतृत्व'। यहां ईएसजी से तात्पर्य पर्यावरण, सामाजिक और शासन (एनवायरनमेंट, सोशल और गवर्नमेंट) से है।