World's Most Expensive Cities: एक सर्वेक्षण के अनुसार अल अवीव दुनिया का सबसे महंगा शहर है। बढ़ती महंगाई ने वैश्विक स्तर पर रहने की लागत को बढ़ा दिया है। इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट (ईआईयू) द्वारा संकलित आधिकारिक रैंकिंग में पहली बार शीर्ष स्थान हासिल करने के लिए इजरायली शहर पांच पायदान चढ़ गया।
तेल अवीव आंशिक रूप से राष्ट्रीय मुद्रा शेकेल, डॉलर के मुकाबले, साथ ही परिवहन और किराने के सामान की कीमतों में वृद्धि के कारण रैंकिंग में चढ़ गया। पेरिस और सिंगापुर संयुक्त दूसरे स्थान पर रहे, उसके बाद ज्यूरिख और हांगकांग का स्थान रहा। न्यूयॉर्क छठे स्थान पर था और जिनेवा सातवें स्थान पर था। शीर्ष 10 में आठवें स्थान पर कोपेनहेगन, नौवें में लॉस एंजिल्स और 10 वें स्थान पर जापान के ओसाका थे।
शहर स्थान
अल अवीव 1
पेरिस और सिंगापुर 2-3
ज्यूरिख 4
हांगकांग 5
न्यूयॉर्क 6
जिनेवा 7
कोपेनहेगन 8
लॉस एंजिल्स 9
ओसाका 10।
पिछले साल, सर्वेक्षण ने पेरिस, ज्यूरिख और हांगकांग को संयुक्त रूप से पहले स्थान पर रखा था। इस साल का डेटा अगस्त और सितंबर में एकत्र किया गया था क्योंकि माल और वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि हुई थी और यह दर्शाता है कि स्थानीय मुद्रा के संदर्भ में औसत कीमतों में 3.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई - पिछले पांच वर्षों में सबसे तेज मुद्रास्फीति दर दर्ज की गई।
इस शहर के निवासी वर्षों से यह शिकायत करते रहे हैं कि यह शहर बहुत ही महंगा है, क्योंकि रहने के लिए होने वाले खर्च काफी अधिक हैं, जिसमें उनकी तनख्वाह का एक मोटा हिस्सा चला जाता है। अब एक नयी रिपोर्ट ने इन आशंकाओं को सही साबित कर दिया है।
इकोनॉमिस्ट पत्रिका से जुड़े शोध समूह इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट के अनुसार, तेल अवीव रहने के लिए सबसे महंगे शहर के रूप में उभरा है। पहले पांचवें सबसे महंगे स्थान पर रहने वाले तेल अवीव ने पेरिस और सिंगापुर जैसे अन्य महंगे स्थानों को भी पीछे छोड़ दिया है।
इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट ने अपनी रिपोर्ट में किराना और परिवहन लागत में वृद्धि की ओर भी इशारा किया। इस रिपोर्ट में अभी आवास की कीमतें शामिल नहीं हैं। तेल अवीव के ज्यादा महंगे होने की एक वजह इसका इजरायल का आर्थिक केंद्र होना भी है। ऊंचे वेतन वाली तकनीकी नौकरियां देश भर से प्रतिभाओं को यहां आकर्षित करती हैं जो खानपान के दाम और मकान के किराये को बढ़ा रहे हैं।