चीन का अजब फरमान, चीनी कोरोना वैक्सीन लगाने पर ही मिलेगा वीजा

By भाषा | Updated: March 17, 2021 09:31 IST2021-03-16T21:15:08+5:302021-03-17T09:31:38+5:30

चीन ने कहा है कि उसके देश में निर्मित वैक्सीन लगाने के बाद ही चीन जाने का वीजा दिया जाएगा। चीन ने ये दिशा-निर्देश भारत और 19 अन्य देशों के लिए जारी किए हैं।

Visa for travel to China will be granted only after getting Chinese vaccine of Kovid-19: China | चीन का अजब फरमान, चीनी कोरोना वैक्सीन लगाने पर ही मिलेगा वीजा

चीनी कोरोना वैक्सीन लगाने पर ही मिलेगा चीन का वीजा! (फाइल फोटो)

Highlightsभारत और अन्य 19 देशों से चीन आने वाले लोगों के लिए चीनी टीका लगाना जरूरी होगाभारत में कोविड-19 का कोई भी चीनी टीका उपलब्ध नहीं है, चीनी टीके को WHO की मंजूरी भी नहीं मिली हैचीन के इस फैसले का असर भारत के हजारों छात्रों पर पड़ेगा, जो मेडिकल की वहां पढ़ाई कर रहे हैं

बीजिंग/नयी दिल्ली: चीन ने भारत और अन्य 19 देशों से आने वाले लोगों के लिए कोरोना वायरस का चीन निर्मित टीका लगवाना अनिवार्य कर दिया है।

नयी दिल्ली में चीनी दूतावास ने एक बयान में कहा, ‘‘एक व्यवस्थित तरीके से दोनों देशों के लोगों के बीच संपर्क बहाल करने के उद्देश्य से, 15 मार्च से, चीनी दूतावास और भारत में स्थित वाणिज्य दूतावास कोविड-19 का चीन निर्मित टीका लगवाने वाले लोगों और इसका प्रमाणपत्र रखने वालों की यात्रा को प्रोत्साहित करने के उपाय कर रहा है।’’

इस घोषणा का असर हजारों भारतीय छात्रों के अलावा चीन में कार्यरत पेशेवरों तथा उनके परिवार के सदस्यों पर पड़ने की संभावना है, जो चीन लौटने के लिए बीजिंग से अनुमति मिलने का भारत में इंतजार कर रहे हैं।

दरअसल, भारत में कोविड-19 का कोई भी चीनी टीका उपलब्ध नहीं है। चीनी दूतावास ने नोटिस में यह भी स्पष्ट नहीं किया है कि ये लोग भारत में चीन निर्मित टीका कैसे प्राप्त करेंगे क्योंकि यह इस देश (भारत) में उपलब्ध नहीं है।

ऐसे भारतीय छात्रों की संख्या 23,000 से अधिक है जिनमें ज्यादातर मेडिकल के छात्र हैं। इसके अलावा चीन में कार्यरत ऐसे सैकड़ों पेशेवर भी हैं, जो कोरोना वायरस महामारी को लेकर लागू यात्रा पाबंदियों के चलते भारत में ही रूके हुए हैं।

भारतीय दूतावास द्वारा बार-बार अनुरोध किये जाने और छात्रों की अपील के बावजूद चीन ने अभी तक कोई सकारात्मक जवाब नहीं दिया है।

चीन के सरकारी समाचार पत्र ‘ग्लोबल टाइम्स’ की खबर के मुताबिक इस तरह के नोटिस 20 देशों में स्थित चीनी दूतावासों में लगाए गये हैं।

भारत जैसे देशों में चीनी टीके के नियमन के औचित्य के बारे में पूछे जाने पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने मंगलवार को मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि कई देशों ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा को खोलने के लिए टीकाकरण की स्थति पर सूचना साझा करने का विचार प्रकट किया है।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारा प्रस्ताव उन लोगों की यात्रा का मार्ग प्रशस्त करना है जिन्होंने चीनी टीके लगवाएं हों, जो सुरक्षा एवं उसकी प्रभाव क्षमता के गहन आकलन के बाद बनाये गये हैं। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘इसका संबंध चीनी टीके को मान्यता दिलाने से नहीं है। ’’

यह पूछे जाने पर कि क्या बेहतर नहीं होता कि चीन विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा मंजूर किये गये टीकों को मान्यता देता, झाओ ने कहा, ‘‘चीन का प्रस्ताव एक सार्थक कदम है। हम अंतरराष्ट्रीय यात्रा को सुगम करने की कोशिश कर रहे हैं। ’’

डब्ल्यूएचओ ने फाइजर, मॉडरेना और एस्ट्राजेनेका टीकों को मंजूरी दी है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Web Title: Visa for travel to China will be granted only after getting Chinese vaccine of Kovid-19: China

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