वाशिंगटन, 23 जुलाई (एपी) संघीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने संकेत दिया है कि वे उन तरीकों को तलाश रहे हैं जिससे उन्हें जल्द से जल्द यह पता चल सके कि कोविड-19 टीके की तीसरी खुराक कमजोर प्रतिरक्षा तंत्र वाले मरीजों को बीमारी से बचाव उपलब्ध कराने में कारगर है या नहीं।
टीके ज्यादातर लोगों में बेहद प्रभावी हैं लेकिन प्रतिरक्षा तंत्र को कमजोर करने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे अमेरिकी टीकाकरण के बाद इस पसोपेश में पड़े हुए हैं कि वे असल में कितने सुरक्षित हैं। फ्रांस और इजराइल ने अंग प्रतिरोपण कराने वालों और अन्य कमजोर प्रतिरक्षा तंत्र वाले लोगों को टीके की अतिरिक्त खुराक देनी पहले ही शुरू कर दी है। अमेरिका में भी ऐसे मरीजों ने एक और खुराक के लिए जोर देना शुरू कर दिया है।
रोग नियंत्रण एवं बचाव केंद्र (सीडीसी) के सलाहकारों ने बृहस्पतिवार को कुछ छोटे अध्ययनों की समीक्षा की जो साबित तो नहीं करते लेकिन संकेत देते हैं कि तीसरी खुराक कम से कम कुछ कमजोर प्रतिरक्षा तंत्र वाले लोगों में मददगार हो सकती है। समिति खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) की मंजूरी के बिना अतिरिक्त खुराक की औपचारिक अनुशंसा नहीं कर सकती लेकिन कई सलाहकारों ने पूछा है कि क्या सरकार चिंतित मरीजों को अध्ययन का हिस्सा बनने की अनुमति दे सकती है।
सीडीसी की डॉ अमांदा कोहन ने कहा, “हम ऐसे तरीकों की सक्रियता से तलाश कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “आप देखते रहिए। हम उन मुद्दों पर काम कर रहे हैं।
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