वाशिंगटनः कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा अमेरिका प्रभावित है। हालांकि राहत की बात यह है कि अमेरिका में अब संक्रमण फैलने पर धीरे-धीरे विराम लग रहा है। मौतों का आंकड़ा रोजाना कम हो रहा है, जिसकी वजह से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप राहत की सांस ले रहा हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान अमेरिका में 638 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद कुल मौतों का आंकड़ा 97 हजार, 686 हो गया है। यह जानकारी जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी की ओर दी गई है।
कोरोना मामलों का डाटा रखने वाली वर्ल्ड मीटर्स वेबसाइट के अनुसार, अगर दुनिया की बात करें तो कोरोना मामलों की संख्या 54 लाख, 97 हजार, 998 पहुंच गई है और इस घातक वायस से 3 लाख, 46 हजार, 685 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं राहत की बात यह है कि अब तक 23 लाख, 1 हजार, 990 लोग ठीक हो चुके हैं, जिन्हें अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है। अभी पूरी दुनिया में 28 लाख, 49 हजार, 323 मरीज सक्रिय हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है।
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा- मौतों की संख्या में गिरावट आ रही है
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि देश में कोविड-19 संक्रमण के मामले और इससे होने वाली मौतों की संख्या में गिरावट आ रही है। ट्रंप का ट्वीट ऐसे समय में आया है जब अमेरिका में कोरोना वायरस से होने वाली मौतों का आंकड़ा एक लाख पहुंचने वाला है। ट्रंप ने ट्वीट किया, “देश भर में मामले, संख्या और मौतों में गिरावट आ रही है।” इससे कुछ दिन पहले व्हाइट हाउस की अधिकारी डॉ डेबोराह बर्क्स ने कहा था कि अस्पताल में कोविड-19 के मरीजों की संख्या में 50 प्रतिशत की गिरावट आई है।
चीन ने दुनिया में छोड़ा कोरोना वायरस
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) रॉबर्ट ओ ब्रायन ने रविवार को कहा कि चीन ने विश्व भर में घातक कोरोना वायरस छोड़ा है और बीजिंग ने इसे छिपाने की कोशिश बड़े स्तर पर की है। डोनाल्ड ट्रंप और विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने बार-बार संदेह व्यक्त किया है कि वुहान में पहली बार पाया गया कोरोना वायरस चीन की किसी प्रयोगशाला से निकला था। सीबीएस न्यूज के टॉकशो ‘फेस द नेशन’ में ओ ब्रायन ने कहा, 'यह चीन द्वारा छोड़ा गया वायरस था। इसे छिपाया गया था और किसी दिन इसे एचबीओ पर उसी प्रकार दिखाया जाएगा जैसे चेर्नोबिल दिखाया गया था।' यह पूछे जाने पर कि वे चीन की सरकार पर आरोप लगा रहे हैं या स्थानीय अधिकारियों पर तो ओ ब्रायन ने कहा, 'हमें नहीं पता क्योंकि उन्होंने सभी पत्रकारों को बाहर निकाल दिया और वे जांच कर्ताओं को भीतर नहीं आने देंगे। इससे फर्क नहीं पड़ता कि यह स्थानीय अधिकारियों का काम था या चीन की कम्युनिस्ट पार्टी का। इसे छिपाया गया है और हम इसकी तह तक जाएंगे।'