Coronavirus: कोरोना वायरस की वजह से 29 करोड़ से ज्यादा छात्रों की शिक्षा हुई बाधित, 13 देशों में स्कूल बंद; यूनेस्को ने जारी किए आंकड़े
By ज्ञानेश चौहान | Published: March 6, 2020 05:18 PM2020-03-06T17:18:20+5:302020-03-06T17:18:20+5:30
यूनेस्को के आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक सबसे ज्यादा बच्चे चीन में (23 करोड़ 30 लाख), जापान में (करीब एक करोड़ 65 लाख) और ईरान (करीब एक करोड़ 45 लाख) प्रभावित हुए हैं।
चीन के वुहान शहर से दुनिया के 60 से ज्यादा देशों में फैल चुका कोरोना वायरस बड़े स्तर पर जन जीवन पर असर डाल रहा है। इसकी वजह से वैश्विक स्तर पर बच्चों की शिक्षा पर बुरा असर पड़ रहा है। UNESCO ने कुछ आधिकारिक आंकड़े जारी किए हैं जिनके मुताबिक, दुनियाभर में 13 देशों में कई स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
29 करोड़ छात्रों की शिक्षा बाधित
आंकडों के मुताबिक, स्कूल बंद होने के कारण 29 करोड़ से ज्यादा छात्रों की शिक्षा बाधित हुई है। संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी यूनेस्को की महानिदेशक ऑड्री अजोले ने कहा कि "वैश्विक स्तर पर शिक्षा बाधित हुई है और सबसे ज्यादा प्रभावित वंचित तबके के छात्र हुए हैं।"
शिक्षा के अधिकार को खतरा
अजोले ने कहा, ‘‘स्वास्थ्य एवं अन्य संकटों के कारण अस्थायी रूप से स्कूल बंद होना कोई नयी बात नहीं है लेकिन दुर्भाग्य से वैश्विक स्तर पर तेजी से शिक्षा बाधित हुई है और अगर यह लंबा खिंचता है तो इससे शिक्षा के अधिकार को खतरा पैदा हो सकता है।’’
सबसे ज्यादा इन देशों में प्रभावित हैं बच्चे
नौ देशों ने स्थानीय स्तर पर स्कूल बंद कर दिए हैं। यूनेस्को का अनुमान है कि अगर ये देश राष्ट्रीय स्तर पर स्कूलों को बंद करते हैं तो और 18 करोड़ बच्चे स्कूल नहीं जा पाएंगे। यूनेस्को के आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक सबसे ज्यादा बच्चे चीन में (23 करोड़ 30 लाख), जापान में (करीब एक करोड़ 65 लाख) और ईरान (करीब एक करोड़ 45 लाख) प्रभावित हुए हैं।
WHO के प्रमुख ने कही ये बातें
अजोले ने कहा कि यूनेस्को सभी के लिए शिक्षा सुनिश्चित करने को लेकर देशों के साथ काम कर रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख टेडरोस अधानन घेब्रेयेसस ने संवाददाताओं को कोविड-19 पर जानकारी देते हुए कहा कि कुछ देश संक्रमण को या तो गंभीरता से नहीं ले रहे हैं या उन्होंने फैसला कर लिया है कि वे इसे नहीं रोक सकते।