लाइव न्यूज़ :

जॉन रैटक्लिफ हो सकते हैं अमेरिकी खुफिया विभाग के प्रमुख, ट्रंप के विचारों से रखते हैं सहमति

By भाषा | Updated: July 29, 2019 12:01 IST

अगर खुफिया प्रमुख के लिए जॉन रैटक्लिफ के नाम की पुष्टि होती है तो इस पद के लिए ट्रंप को ऐसा व्यक्ति मिल जाएगा जो उनके विचारों से काफी हद तक सहमत होगा।

Open in App

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को घोषणा की कि अमेरिका के खुफिया विभाग के प्रमुख डैन कोट्स 15 अगस्त को अपना पद छोड़ देंगे। एक के बाद एक हो रहे इस्तीफों से त्रस्त ट्रंप प्रशासन से यह नयी हाई प्रोफाइल रवानगी है। ट्रंप ने ट्वीट कर बताया कि वह टेक्सास के प्रतिनिधि जॉन रैटक्लिफ को नामित करने का विचार कर रहे हैं। अगर रैटक्लिफ के नाम की पुष्टि होती है तो ट्रंप को ऐसा खुफिया प्रमुख मिल जाएगा जो उनके विचारों से काफी हद तक सहमत होगा।नेशनल इंटेलिजेंस के निदेशक के तौर पर कोट्स के कार्यकाल के दौरान उनके और ट्रंप के बीच नियमित तौर पर मतभेद देखने को मिलते रहे और कई बार ऐसा लगा कि उनका प्रशासन कोट्स को अंधेरे में रखने की कोशिश करता है लेकिन कोट्स अस्थिर राष्ट्रपति से सीधे टकराने से बचते रहे। ट्रंप ने ट्वीट कर बताया कि वह टेक्सास के प्रतिनिधि जॉन रैटक्लिफ को नामित करने का विचार कर रहे हैं जो सीआईए, एनएसए और अन्य अमेरिकी खुफिया एजेंसियों का काम देखेंगे एवं उनके साथ समन्वय करेंगे।रैटक्लिफ सदन की खुफिया, न्यायपालिका एवं गृह सुरक्षा पर बनी समितियों के सदस्य हैं। ट्रंप ने लिखा, “अमेरिका के पूर्व अटॉर्नी, जॉन उस देश का नेतृत्व करेंगे एवं उसे महान बनाएंगे जिससे वह प्रेम करते हैं।’’ साथ ही अपने ट्वीट में उन्होंने कोट्स की सेवाओं के लिए उनको भी धन्यवाद दिया। अगर रैटक्लिफ के नाम की पुष्टि होती है तो ट्रंप को ऐसा खुफिया प्रमुख मिल जाएगा जो उनके विचारों से काफी हद तक सहमत होगा।संसद में वह ट्रंप के कट्टर समर्थक तथा राष्ट्रपति के दो विरोधियों - एफबीआई के पूर्व प्रमुख जेम्स कोमी और विशेष अभियोजक रॉबर्ट मुलर के आलोचक रहे हैं। साथ ही रैटक्लिफ ने कई और मोर्चों पर ट्रंप का साथ दिया है। उन्होंने 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में रूसी हस्तक्षेप की बात से इनकार किया, ट्रंप के उस कथन का समर्थन किया कि चुनाव प्रचार की अदालत द्वारा स्वीकृत निगरानी के कारण जासूसी हुई और ईरान पर उनकी युद्धकारी नीति का समर्थन किया।चुनाव में रूसी हस्तक्षेप उन कई मुद्दों में शुमार था जिस पर कोट्स ट्रंप के साथ असहमत रहे। कोट्स ने अमेरिकी खुफिया समुदाय के निष्कर्ष का समर्थन किया कि रूस ने 2016 के चुनाव में हस्तक्षेप किया जिसमें ट्रंप को जीत मिली थी। साथ ही खुफिया प्रमुख ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ जुलाई 2018 में दो घंटे तक बंद दरवाजे के पीछे बातचीत करने के ट्रंप के फैसले पर असहमति जताई थी। उन्होंने इस मुलाकात के बारे में उन्हें किसी तरह की जानकारी उपलब्ध नहीं कराए जाने की बात भी कही थी। इसके अलावा कोट्स ने ‘वर्ल्डवाइड थ्रेट एसेसमेंट’ रिपोर्ट में यह भी कहा था कि उत्तर कोरिया अपने परमाणु हथियार नहीं खत्म करेगा।हालांकि ट्रंप ने कहा था कि किम जोंग उन ऐसा करने के लिए तैयार हैं। साथ ही इस रिपोर्ट में आगाह किया गया था कि इराक और सीरिया में इस्लामिक स्टेट समूह को पूरी तरह नहीं उखाड़ फेंका जा सका है और अमेरिकी बलों को हटा लेने के चलते वह आसानी से फिर उठ खड़ा हो सकता है। रक्षा मंत्री जिम मैटिस, गृह सुरक्षा विभाग की प्रमुख कर्स्टजन नीलसन, चीफ ऑफ स्टाफ डॉन कैली और शीर्ष राजनयिक रेक्स टिलरसन समेत ट्रंप प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों की रुखस्तगी की लंबी फेहरिस्त में अब कोट्स का नाम भी जुड़ गया है।

टॅग्स :अमेरिकाडोनाल्ड ट्रंप
Open in App

संबंधित खबरें

भारतPutin India Visit: पुतिन ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी, देखें वीडियो

विश्वTrump Health Report: व्हाइट हाइस ने जारी किया राष्ट्रपति ट्रंप का एमआरआई स्कैन, जानें हेल्थ रिपोर्ट में क्या आया सामने

विश्वअमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के लिए दो तीखे लाल मिर्च..!

कारोबार‘आधी भारतीय’ मेरी ‘पार्टनर’ शिवोन जिलिस?, एलन मस्क ने कहा-बच्चे का नाम नोबेल पुरस्कार विजेता सुब्रमण्यन चंद्रशेखर के नाम पर शेखर रखा

विश्व1 December, 2025: नगालैंड भारत का 16वां राज्य बना, मार्टिन लूथर किंग जूनियर के नेतृत्व में अश्वेत आंदोलन?, एक दिसंबर की तारीख पर दर्ज महत्वपूर्ण घटनाएं

विश्व अधिक खबरें

विश्व‘बार’ में गोलीबारी और तीन बच्चों समेत 11 की मौत, 14 घायल

विश्वड्रोन हमले में 33 बच्चों सहित 50 लोगों की मौत, आरएसएफ और सूडानी सेना के बीच जारी जंग

विश्वFrance: क्रिसमस इवेंट के दौरान ग्वाडेलोप में हादसा, भीड़ पर चढ़ी कार; 10 की मौत

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद