तालिबान ने तय किए प्रदर्शन के लिए नियम, पहले लेनी होगी इजाजत, नारा क्या लगेगा- ये भी बताना होगा
By विनीत कुमार | Updated: September 9, 2021 07:57 IST2021-09-09T07:49:27+5:302021-09-09T07:57:00+5:30
काबुल में मंगलवार को पाकिस्तान के खिलाफ बड़े प्रदर्शन के बाद अब तालिबान ने इसके लिए नए नियम तय कर दिए हैं। इसके तहत प्रदर्शन से पहले इजाजत लेनी होगी और प्रदर्शन को लेकर कई जानकारी देनी होगी।

अफगानिस्तान में प्रदर्शन के लिए तालिबान ने तय किए नियम (फोटो- वीडियो ग्रैब)
काबुल: तालिबान की अंतरिम सरकार ने अफगानिस्तान के कुछ हिस्सों में उसके समूह के सदस्यों की प्रदर्शनकारियों के साथ झड़प के एक दिन बाद विरोध प्रदर्शन के लिए कुछ शर्तें जारी कर दी हैं।
इससे पहले काबुल में मंगलवार को पाकिस्तान विरोधी रैली को तितर-बितर करने के लिए तालिबान लड़ाकों ने हवा में गोलियां चलाईं थी, जिसमें एक युवा अफगानी लड़के की मौत की खबर है।
दरअसल, अफगानिस्तान में चुनी हुई सरकार के पतन में कथित भूमिका के लिए पाकिस्तान और उसकी खुफिया एजेंसी ISI के खिलाफ सैकड़ों अफगान मंगलवार को नारे लगाते हुए काबुल की सड़कों पर उतर आए थे।
तालिबान ने प्रदर्शन के लिए जारी की शर्तें
तालिबान ने अब बिना किसी पूर्व अनुमति के अफगानिस्तान में सभी विरोध प्रदर्शनों पर प्रतिबंध लगा दिया है। तालिबान के गृह मंत्रालय द्वारा जारी नए नियमों के अनुसार प्रदर्शनकारियों को विरोध प्रदर्शन करने से पहले तालिबान के न्याय मंत्रालय से अनुमति लेनी होगी।
इसके अलावा प्रदर्शनकारियों को प्रदर्शन से कम से कम 24 घंटे पहले तालिबान अधिकारियों को विरोध का उद्देश्य, नारा, स्थान, समय और तमाम विवरण भी बताने होंगे।
बुधवार को जारी बयान में यह भी कहा गया है कि शर्तों का उल्लंघन करने वाले शख्स के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि काबुल पर 15 अगस्त को कब्जे के बाद तालिबान ने अंतरिम सरकार की घोषणा मंगलवार शाम को कर दी थी। हालांकि जिन लोगों को अहम स्थान इस अंतरिम सरकार में दिए गए हैं, उन्हें लेकर पहले से कई गंभीर आरोप हैं।
अफगानिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री मुल्ला हसन अखुंद, उनके दो उपप्रधानमंत्रियों समेत तालिबान की अंतरिम सरकार के कम से कम 14 सदस्य संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की काली सूची में हैं जिससे अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंता बढ़ गयी है।
वैश्विक आतंकवादी घोषित सिराजुद्दीन हक्कानी को कार्यवाहक गृहमंत्री बनाया गया है वहीं सिराजुद्दीन हक्कानी के चाचा खलील हक्कानी को शरणार्थी मामलों का कार्यवाहक मंत्री नामित किया गया है। सिराजुद्दीन के सिर पर पर एक करोड अमेरिकी डॉलर का इनाम घोषित है।