चीनी छोड़ने पर कुछ लोगों को होता है फायदा तो कुछ को होता है नुकसान

By भाषा | Updated: August 18, 2021 15:35 IST2021-08-18T15:35:57+5:302021-08-18T15:35:57+5:30

Some people get benefit by quitting sugar and some people suffer loss. | चीनी छोड़ने पर कुछ लोगों को होता है फायदा तो कुछ को होता है नुकसान

चीनी छोड़ने पर कुछ लोगों को होता है फायदा तो कुछ को होता है नुकसान

जेम्स ब्राउन, एस्टन विश्वविद्यालय बर्मिंघम, 18 अगस्त (वार्तालाप) आपको यह जानकर आश्चर्य हो सकता है कि 2008 से चीनी की खपत वास्तव में लगातार घट रही है। यह कई कारणों से हो सकता है, जिसमें स्वाद और जीवन शैली में बदलाव के साथ पिछले एक दशक में कम कार्बोहाइड्रेट वाले आहार जैसे कीटो की बढ़ती लोकप्रियता शामिल है। हमारे स्वास्थ्य पर अतिरिक्त चीनी खाने के खतरों की अधिक समझ भी इस गिरावट का कारण हो सकती है।चीनी का सेवन कम करने से स्पष्ट स्वास्थ्य लाभ होते हैं, जिसमें कम कैलोरी का सेवन भी शामिल है, जो वजन घटाने और दंत स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद कर सकता है। लेकिन जब लोग कम चीनी खाने की कोशिश करते हैं तो कभी-कभी इसके नकारात्मक दुष्प्रभावों का भी अनुभव करते हैं - जिसमें सिरदर्द, थकान या मूड में बदलाव शामिल हैं, जो आमतौर पर अस्थायी होते हैं।इन दुष्प्रभावों का कारण फिलहाल समझना मुश्किल है। लेकिन यह संभावना है कि ये लक्षण इस बात से संबंधित हैं कि मीठे खाद्य पदार्थों के संपर्क में आने पर मस्तिष्क कैसे प्रतिक्रिया करता है।कार्बोहाइड्रेट कई रूपों में आते हैं - शर्करा के रूप में, जो स्वाभाविक रूप से कई खाद्य पदार्थों में हो सकता है, जैसे फलों में फ्रुक्टोज और दूध में लैक्टोज। टेबल चीनी - सुक्रोज के रूप में जाना जाता है - गन्ना और चुकंदर, मेपल सिरप और यहां तक ​​​​कि शहद में भी पाया जाता है।चूंकि भोजन का बड़े पैमाने पर उत्पादन होने लगा है, सुक्रोज और अन्य प्रकार के मीठे पदार्थों को अब भोजन को और अधिक स्वादिष्ट बनाने के लिए उसमें जोड़ा जाता है। ज्यादा मीठे वाले खाद्य पदार्थों के बेहतर स्वाद से परे, चीनी का मस्तिष्क पर गहरा जैविक प्रभाव पड़ता है। ये प्रभाव इतने महत्वपूर्ण हैं कि इस बात पर भी बहस हो चुकी है कि क्या आप चीनी के ‘‘आदी’’ हो सकते हैं - हालांकि इसका अभी भी अध्ययन किया जा रहा है।सुक्रोज मुंह में मीठे स्वाद के रिसेप्टर्स को सक्रिय करता है जो अंततः मस्तिष्क में डोपामाइन नामक एक रसायन रिलीज करते हैं। डोपामाइन एक न्यूरोट्रांसमीटर है, जिसका अर्थ है कि यह एक रसायन है जो मस्तिष्क में तंत्रिकाओं के बीच संदेश भेजता है। जब हम किसी चीज के मिलने की खुशी से एक पुरस्कृत उत्तेजना के संपर्क में आते हैं, तो मस्तिष्क डोपामाइन जारी करके प्रतिक्रिया करता है - यही कारण है कि इसे अक्सर ‘‘रिवार्ड’’ रसायन कहा जाता है। डोपामाइन के लाभकारी प्रभाव बड़े पैमाने पर आनंद और इनाम में शामिल मस्तिष्क के हिस्से में देखे जाते हैं। इनाम हमारे व्यवहार को नियंत्रित करता है - जिसका अर्थ है कि हम उन व्यवहारों को दोहराने के लिए प्रेरित होते हैं जिनके कारण डोपामाइन को रिलीज किया गया था। डोपामाइन हमें भोजन (जैसे जंक फूड) की तलाश करने के लिए प्रेरित कर सकता है। इनसान और जानवर दोनों पर प्रयोगों से पता चला है कि चीनी इन इनाम मार्गों को कितनी गहराई से सक्रिय करती है। आंतरिक इनाम के मामले में तीव्र मिठास कोकीन से भी आगे निकल जाती है। दिलचस्प बात यह है कि चीनी मस्तिष्क में इन इनाम मार्गों को सक्रिय करने में सक्षम है, चाहे वह मुंह में चखा हो या रक्तप्रवाह में इंजेक्ट किया गया हो, जैसा कि चूहों पर अध्ययन में दिखाया गया है। इसका मतलब है कि इसके प्रभाव स्वाद से स्वतंत्र हैं।चूहों में, इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि सुक्रोज की खपत वास्तव में मस्तिष्क में उन संरचनाओं को बदल सकती है जो डोपामाइन सक्रिय करती हैं और साथ ही जानवरों और मनुष्यों दोनों में भावनात्मक प्रसंस्करण और व्यवहार को संशोधित करती हैं।चीनी छोड़नाजाहिर सी बात है कि चीनी का हम पर गहरा असर हो सकता है। इसलिए जब हम कम चीनी खाते हैं या इसे अपने आहार से पूरी तरह से हटा देते हैं तो नकारात्मक प्रभाव दिखना कोई आश्चर्य की बात नहीं है। चीनी छोड़ने के शुरूआती दिनों में इसके मानसिक और शारीरिक दोनो तरह के प्रभाव देखे गए हैं - जिसमें सिरदर्द, थकान और चक्कर आने के साथ-साथ इसे खाने की तीव्र इच्छा, अवसाद और चिंता आदि शामिल हैं। इसका मतलब है कि चीनी छोड़ना मानसिक और शारीरिक दोनों तरह से परेशान कर सकता है, जिससे कुछ लोगों के लिए इसे छोड़ना मुश्किल हो सकता है।किसी भी तरह के आहार परिवर्तन की तरह चीनी को छोड़ने की शुरूआत करते समय इसपर टिके रहना महत्वपूर्ण है। इसलिए यदि आप लंबे समय तक अपने आहार से चीनी को कम करना चाहते हैं, तो पहले कुछ कठिन सप्ताहों से गुजरना महत्वपूर्ण है। हालांकि, यह स्वीकार करना भी महत्वपूर्ण है कि चीनी का सेवन सबके लिए ‘‘बुरा’’ नहीं है, लेकिन इसे स्वस्थ आहार और व्यायाम के साथ-साथ कम मात्रा में खाया जाना चाहिए।

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Web Title: Some people get benefit by quitting sugar and some people suffer loss.

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