सिंगापुर में देशव्यापी लॉकडाउन को 1 जून 2020 तक बढ़ा दिया गया है। देश में कोविड-19 से संक्रमितों की संख्या 9,125 पहुंच गई है हालांकि यहां सिर्फ 11 लोगों की मौत हुई है। सिंगापुर में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के रिकॉर्ड 1,426 नये मामले सामने आए जिनमें से 1,410 मामले डॉरमेट्री में रहने वाले भारतीय सहित विदेशी कामगारों के हैं।
कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए विदेशी कामगारों के 18 डॉरमेट्री को पृथक क्षेत्र घोषित किया गया है। रविवार तक पुनग्गोल स्थित एस-11 डॉरमेट्री कोविड-19 संक्रमितों के बड़े केंद्र के रूप में उभरा जहां से अब तक 1,508 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। दूसरा बड़ा केंद्र सुंगेई टेनगाह लॉज है जहां पर 521 मामले सामने आए हैं। इस बीच, सिंगापुर प्रशासन ने निर्माण क्षेत्र में कार्यरत सभी विदेशी कामगारों को एहतियातन चार मई तक घर पर ही रहने के आदेश दिए हैं।
सिंगापुर में प्रति दस लाख लोगों में 16200 से ज्यादा लोगों के टेस्ट हो रहे हैं। देश में कोरोना वायरस के 8,313 एक्टिव केस हैं जबकि 23 लोगों की स्थिति क्रिटिकल है।
कुछ देशों में मिलने लगी प्रतिबंधों में ढील
समाज के हर तबके को प्रभावित करने वाले कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए प्रतिबंधों में कुछ देश की सरकारें छूट दे रही हैं जबकि अधिकतर देश धीरे-धीरे कदम उठा रहे हैं। चीन जहां से यह वैश्वकि महामारी शुरू हुई थी, उसने यात्रा और अन्य प्रतिबंध हटा दिए हैं। भारत में सोमवार (20 अप्रैल) से लॉकडाउन में थोड़ी-थोड़ी छूट मिलने शुरू हो गई है.
कोरोना वायरस के चलते अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने इस साल विश्व अर्थव्यवस्था के तीन प्रतिशत संकुचित होने की आशंका जतायी है। करोड़ों लोगों की नौकरी गई है और लाखों लोगों को डर है कि अगला नंबर उन्हीं का है।
कुछ देशों ने प्रतिबंधों में थोड़ी ढील दी है और आर्थिक गतिविधियां शुरू की हैं। अधिकतर देश इस बात पर राजी हुए हैं कि धीरे-धीरे कदम उठाए जाएं। वहीं, भारत ने विश्व के सबसे बड़े लॉकडाउन में ढील देते हुए विनिर्माण और खेती संबंधी कुछ गतिविधियों में छूट दी है, लेकिन इस दौरान कर्मचारियों को सामाजिक दूरी बनाए रखनी होगी और स्वच्छता का भी ध्यान रखना होगा।