लाइव न्यूज़ :

अफगानिस्‍तान में हिंदू-सिख नेता निदान सिंह का रेस्क्यू, तालिबान ने किया था अपहरण

By भाषा | Updated: July 19, 2020 01:09 IST

Open in App
ठळक मुद्देअफगानिस्तान में हिंदू और सिख समुदाय के नेता निदान सिंह सचदेवा को रिहा करा लिया गया22 जून को अफगानिस्तान के पकटिया प्रांत से तालिबान आतंकियों ने किया था अपहरण

नयी दिल्ली: अफगानिस्तान में सिख समुदाय के नेता निदान सिंह सचदेवा का पिछले महीने पाकतिया प्रांत से अपहरण कर लिया गया था। विदेश मंत्रालय ने बताया कि अपहर्ताओं ने उन्हें शनिवार को रिहा कर दिया।

इसने कहा, ‘‘हम अफगानिस्तान और इलाके के कबायली सरदारों की प्रशंसा करते हैं जिनके प्रयास से निदान सिंह की सुरक्षित रिहाई हो गई।’’ मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि बाहरी समर्थकों के इशारे पर आतंकवादियों द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को ‘‘निशाना बनाना और उनका उत्पीड़न’’ करना गंभीर चिंता की बात है।

इसने कहा, ‘‘हाल में भारत ने निर्णय किया है कि अफगानिस्तान में सुरक्षा खतरे का सामना करने वाले अफगानी हिंदुओं और सिख समुदाय के लोगों को वह वापस भारत आने की सुविधा देगा।’’ अफगानिस्तान में हिंदुओं और सिखों के नेता सचदेवा का 22 जून को पाकतिया प्रांत के चमकानी जिले से अपहरण कर लिया गया था। 

टॅग्स :तालिबानअफगानिस्तान
Open in App

संबंधित खबरें

विश्वUS: ट्रंप ने अफगान वीजा किया रद्द, अब अमेरिका नहीं आ सकेंगे अफगान नागरिक, व्हाइट हाउस फायरिंग के बाद एक्शन

विश्वकौन हैं रहमानुल्लाह लकनवाल? जिसने नेशनल गार्ड पर चलाई गोलियां, अफगान से है कनेक्शन

विश्वUS: व्हाइट हाउस के पास गोलीबारी, आरोपी निकला अफगानी शख्स, ट्रंप ने आतंकवादी कृत्य बताया

विश्व10 अफ़गानी मारे गए, जवाबी कार्रवाई की चेतावनी: पाकिस्तान, अफ़गानिस्तान के बीच फिर से बढ़ा तनाव

क्रिकेटHong Kong Sixes 2025: नेपाल के तेज़ गेंदबाज़ राशिद खान ने अफगानिस्तान के खिलाफ ली हैट्रिक, दोहरा रिकॉर्ड बनाकर रचा इतिहास VIDEO

विश्व अधिक खबरें

विश्वड्रोन हमले में 33 बच्चों सहित 50 लोगों की मौत, आरएसएफ और सूडानी सेना के बीच जारी जंग

विश्वFrance: क्रिसमस इवेंट के दौरान ग्वाडेलोप में हादसा, भीड़ पर चढ़ी कार; 10 की मौत

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद

विश्वलेफ्ट और राइट में उलझा यूरोप किधर जाएगा?