कीवः रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को यूक्रेन में सैन्य अभियान की घोषणा कर दी। साथ ही दावा किया कि इसका मकसद नागरिकों की रक्षा करना है। पुतिन ने टेलीविजन पर एक संबोधन में कहा कि यूक्रेन द्वारा पेश किए जा रहे खतरों के जवाब में यह कार्रवाई की जा रही है।
इस बीच यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने कहा कि दुनिया पुतिन को रोक सकती है। विदेश मंत्री ने आगे कहा कि यूक्रेन अपना बचाव करेगा और जीतेगा। पुतिन ने अभी-अभी यूक्रेन पर पूर्ण पैमाने पर आक्रमण शुरू किया है। यूक्रेन के शांतिपूर्ण शहरों पर हमले हो रहे हैं। यह आक्रामकता का युद्ध है। दुनिया पुतिन को रोक सकती है और उसे भी करना चाहिए। अब कार्रवाई करने का समय है।
पुतिन ने युद्ध का ऐलान करते हुए कहा कि रूस का लक्ष्य यूक्रेन पर कब्जा करना नहीं है। पुतिन ने कहा कि खून-खराबे के लिए यूक्रेन का ‘शासन’ जिम्मेदार है। पुतिन ने अन्य देशों को आगाह किया कि रूसी कार्रवाई में किसी प्रकार के हस्तक्षेप के प्रयास ‘के ऐसे परिणाम होंगे,जो उन्होंने पहले कभी नहीं देखे होंगे।
वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन पर बिना उकसावे वाले और अनुचित हमले की निंदा की और संकल्प किया कि इसके लिए दुनिया रूस की जवाबदेही तय करेगी। इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से यूक्रेन में सेना नहीं भेजने और शांति से मसले हल करने की अपील की है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बुधवार देर रात बुलाई गई आपात बैठक में गुतारेस ने कहा कि पूरा दिन इन अफवाहों और आशंकाओं से भरा हुआ रहा कि यूक्रेन के खिलाफ आक्रमण आसन्न है।
गुतारेस ने कहा कि इससे पहले उन्होंने उन अफवाहों पर कभी विश्वास नहीं किया कि यूक्रेन पर रूस आक्रमण करेगा और हमेशा आश्वस्त रहे कि कुछ भी भयावह नहीं होगा। उन्होंने कहा, मैं गलत था और मैं एक बार फिर गलती नहीं करना चाहता। इसलिए यदि वास्तव में किसी अभियान की तैयारी की जा रही है, तो मैं तहे दिल से बस यही कहना चाहूंगा कि अपने सैनिकों को यूक्रेन पर हमला करने से रोकें। शांति से मसले हले करें। बहुत लोगों की जान पहले ही जा चुकी है।