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रूस ने सीएआर में हुए हमलों में उसके प्रशिक्षकों की संलिप्तता के आरोपों से किया इनकार

By भाषा | Updated: July 3, 2021 10:52 IST

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मॉस्को, तीन जुलाई (एपी) रूस के विदेश मंत्रालय ने मध्य अफ्रीकी गणराज्य (सीएआर) में आम नागरिकों की हत्या एवं उनसे लूटपाट के मामलों में रूसी सैन्य प्रशिक्षकों के शामिल होने के संबंध में संयुक्त राष्ट्र विशेषज्ञों के आरोपों को शुक्रवार को खारिज किया।

मंत्रालय ने इस संबंध में टिप्पणी करने के ‘एपी’ (एसोसिएटेड प्रेस) के अनुरोध पर लिखित जवाब देते हुए आरोपों को निराधार बताया और दलील दी कि इन आरोपों का लक्ष्य ‘‘सीएआर में हालात स्थिर करने और शांति बहाल करने के रूसी प्रयासों के प्रति संदेह पैदा करना है।’’

संघर्ष से जूझ रहे इस अफ्रीकी देश में प्रतिबंधों पर नजर रख रहे संयुक्त राष्ट्र विशेषज्ञों की एक समिति ने एपी को सोमवार को मिली 40 पृष्ठों रिपोर्ट में कहा कि उसने बड़ी संख्या में स्थानीय अधिकारियों, सरकारी सेना, आतंरिक सुरक्षा बलों और सामुदायिक स्तर के सूत्रों से बात की।

समिति के अनुसार, इन लोगों ने कहा कि रूसी सैन्य प्रशिक्षकों ने ‘‘अत्यधिक बल प्रयोग किया, अंधाधुंध हत्याएं कीं, स्कूलों पर कब्जा किया और बड़े स्तर पर लूटपाट की’’।

समिति ने कहा कि कई अधिकारियों और अन्य स्रोतों ने बताया कि रूसी प्रशिक्षकों ने देश के पूर्व राष्ट्रपति फ्रंक्वा बोजिज से जुड़े विद्रोहियों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के तहत विभिन्न शहरों और गांवों में जा रहे मध्य अफ्रीकी गणराज्य के सैनिकों का अनुकरण करने के बजाय उनका नेतृत्व किया। बोजिज ने दिसंबर में चुनावों को रोकने की कोशिश की थी और फिर राष्ट्रपति फॉस्टीन आरचेंज तोआदेरा से सत्ता हथियाने का प्रयास किया था।

इस सप्ताह की शुरुआत में इस रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने इन आरोपों को ‘‘एक और झूठ’’ बताते हुए सिरे से खारिज कर दिया।

पेस्कोव ने संवाददाताओं के साथ एक कांफ्रेंस कॉल में कहा, ‘‘रूसी सैन्य सलाहकार हत्या या लूटपाट की किसी भी घटना में न तो भाग ले सकते हैं या न ही उन्होंने ऐसा किया है।’’

रूसी विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को एपी को भेजी गई अपनी लिखित टिप्पणी में कहा कि रूसी सैन्य प्रशिक्षक देश की वैध सरकार के अनुरोध पर और संयुक्त राष्ट्र के नियमों के अनुसार देश में थे। उसने कहा कि प्रशिक्षकों का काम सीएआर के सशस्त्र बलों को प्रशिक्षित करना और ‘‘देश के सुरक्षा बलों को परामर्श और मानवीय सहायता प्रदान करना है’’। मंत्रालय ने कहा कि उसके मिशन ने सीएआर की सेना को आतंकवादियों को हराने, सीएआर के सैन्य नुकसान को कम करने और ‘‘आम नागरिकों की सुरक्षा के लिए अधिक प्रभावी कदम उठाने’’ में मदद की है।

मंत्रालय ने कहा कि ‘‘यदि प्रशिक्षकों के दुर्व्यवहार के आरोपों का कोई वास्तविक आधार होता और स्थानीय निवासियों ने इसका विरोध किया होता, तो सीएआर के वैध अधिकारियों ने रूसी विशेषज्ञों की मौजूदगी बढ़ाने पर जोर नहीं दिया होता।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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