नौकरी मांग रहे थे इराक में प्रदर्शनकारी, लोगों पर सुरक्षा बलों ने बरसायी गोलियां, 31 मरे
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 4, 2019 16:00 IST2019-10-04T16:00:26+5:302019-10-04T16:00:26+5:30
बगदाद और अन्य शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया है ताकि विरोध प्रदर्शन को रोका जा सके। विरोध प्रदर्शन शुरू होने के बाद अपने पहले सार्वजनिक संबोधन में, प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को सुबह कहा कि हंगामे से पूरा देश प्रभावित हो सकता है।

इराक के प्रधानमंत्री ने सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों से घर जाने का आग्रह करते हुए कहा कि उनकी ‘‘जायज मांगों’’ पर विचार किया गया है।
इराक में भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और खराब सार्वजनिक सेवाओं के खिलाफ पिछले चार दिनों से राजधानी बगदाद में विरोध प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों पर सुरक्षा बलों ने शुक्रवार को गोलीबारी की।
इस बीच, इराक के प्रधानमंत्री ने सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों से घर जाने का आग्रह करते हुए कहा कि उनकी ‘‘जायज मांगों’’ पर विचार किया गया है। एक संवाददाता ने बताया कि सुरक्षा बलों ने हवा में नहीं, बल्कि प्रदर्शनकारियों पर सीधे गोलीबारी की। किसी के हताहत होने की तत्काल कोई सूचना नहीं है।
मंगलवार से चल रहे विरोध प्रदर्शनों में, हजारों प्रदर्शनकारियों का राजधानी और देश के दक्षिणी हिस्सों के शहरों में पुलिस और सैनिकों के साथ संघर्ष हुआ, जिसमें 31 से अधिक लोग मारे गए। इनमें दो पुलिस अधिकारी शामिल हैं। ये प्रदर्शन इराकी प्रधानमंत्री आदिल अब्देल महदी के लिए अब तक की सबसे बड़ी चुनौती है।
बगदाद और अन्य शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया है ताकि विरोध प्रदर्शन को रोका जा सके। विरोध प्रदर्शन शुरू होने के बाद अपने पहले सार्वजनिक संबोधन में, प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को सुबह कहा कि हंगामे से पूरा देश प्रभावित हो सकता है।