वाशिंगटन, आठ जून (एपी) अमेरिका में पिछले महीने साइबर अपराधियों के निशाने पर आई ईंधन वितरण करने वाली सबसे बड़ी पाइपलाइन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) ने कहा है कि फिरौती का भुगतान करना उनके ‘‘सबसे कठिन फैसलों’’ में से एक था।
गत सात मई को साइबर अपराधियों ने रैंसमवेयर द्वारा अमेरिका की सबसे बड़ी कोलोनियल पाइपलाइन के वितरण नेटवर्क को बाधित कर दिया था। इस पाइपलाइन से अमेरिका के दक्षिण पूर्व क्षेत्र में ईंधन वितरण किया जाता है।
रैंसमवेयर साइबर अपराधी दुर्भावनापूर्ण उद्देश्यों के लिए तैयार करते हैं। ये एक तरह के साफ्टवेयर होते हैं, जो ईमेल या अन्य जरिये से कंप्यूटर में डाल दिए जाते हैं।
कोलोनियम पाइपलाइन के सीईओ जोसेफ ब्लॉन्ट मंगलवार को सीनेट होमलैंड सुरक्षा समिति का सामना करेंगे और इसके समक्ष अपना पक्ष रखेंगे कि ईंधन किल्लत को खत्म करने के लिए हैकरों को फिरौती देने संबंधी उनका फैसला सही कदम था।
ईंधन कंपनी कोलोनियल पाइलाइन ने साइबर अपराध से जुड़े गिरोह को 4.4 मिलियन डॉलर की फिरौती दी थी। अमेरिकी न्याय विभाग ने खुलासा किया कि फिरौती की अधिकतर राशि को बरामद कर लिया गया है।
ब्लॉन्ट ने कहा, ‘‘यह मेरे जीवन के सबसे कठिन निर्णयों में से एक था। उस समय, मैंने इस जानकारी को अपने पास रखा था क्योंकि हम परिचालन सुरक्षा के बारे में चिंतित थे। लेकिन मेरा मानना है कि इस स्थिति में जितनी जल्दी हो सके महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को बहाल करना देश के लिए सही काम था।’’
अमेरिका की संघीय जांच एजेंसी (एफबीआई) इस मामले की जांच कर रही है और साइबर हमले के लिए साइबर अपराधियों के रूस के एक गिरोह को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
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