लाइव न्यूज़ :

Yasin Malik:पाक विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने यासीन मलिक की सजा माफ करवाने के लिए यूएन को लिखी थी चिट्ठी

By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: May 25, 2022 22:14 IST

पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने यासीन मलिक के मामले में यूएन के ह्यूमन राइट्स कमिश्नर मिशेल बाचेलेट को चिट्ठी लिखकर उसे भारतीय जेल से रिहा करवाने के लिए अपील की थी।

Open in App
ठळक मुद्देयासीन मलिक को उम्र कैद की सजा सुनाये जाने के बाद पाकिस्तान में जमकर विरोध हो रहा है पाक विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने यासीन मलिक को रिहा करवाने के लिए यूएन को चिट्ठी लिखी थीशाहीद अफरीदी ने यासीन मलिक मामले को लेकर किया था ट्वीट, यूएन से की थी दखल देने की मांग

इस्लामाबाद: दिल्ली में एनआईए की स्पेशल कोर्ट द्वारा जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के पूर्व प्रमुख यासीन मलिक को टेटर फंडिंग के मामले में उम्र कैद की सजा सुनाये जाने के बाद से पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में काफी विरोध देखने को मिल रहा है।

यासीन मलिक को सजा सुनाये जाने से पहले भारत के आंतरिक मामले में ट्वीट करने के कारण पूर्व क्रिकेटर शाहीद अफरीदी काफी ट्रोल हुए थे और अब जानकारी सामने आ रही है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने इस मामले में संयुक्त राष्ट्र को चिट्ठी लिखी थी।

जानकारी के मुताबिक विदेश मंत्री भुट्टो ने यूएन के ह्यूमन राइट्स कमिश्नर मिशेल बाचेलेट को चिट्ठी लिखकर कश्मीरी अलगाववादी नेता यासीन मलिक को भारतीय जेल से रिहा करवाने के लिए अपील की थी।

इस मामले में पाकिस्तान के विदेश कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने भारतीय कश्मीर की कथित खराब स्थिति पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित करने के लिए 24 मई को ह्यूमन राइट्स कमिश्नर मिशेल बाचेलेट को चिट्ठी भेजी थी।

पाक विदेश मत्रालय के मुताबिक "भुट्टो की चिट्ठी में कथिततौर पर भारत सरकार के द्वारा कश्मीरियों को सताने और दमन करने की झूठी और काल्पनिक आरोपों का जिक्र किया गया है।"

विदेश मंत्री ने यूएन से भारत में अलगाववादी नेताओं पर हो रहे कथित जुल्म के मामले में तत्काल संज्ञान लेने का भी आग्रह किया गया है। भुट्टो की चिट्ठी आरोप लगाया गया है कि भारत सरकार यासीन मलिक को निराधार आरोपों के मामले में जेल की सजा देना चाहती है, जिसे तत्काल रोका जाना बेहद आवश्यक है।

इसके अलावा चिट्ठी में यह भी लिखा है कि यूएन इस मामले में दखल देकर मलिक को रिहा करवाये ताकि वो अपने परिवार के साथ फिर से मिल सकें और स्वतंत्र होकर सामान्य जीवन बिता सकें।

मालूम हो कि कश्मीर के अलगाववादी नेता यासीन मलिक को बुधवार को एनआईए की स्पेशल कोर्ट ने साल 2017 में टेरर फंडिंग के जरिये घाटी को आतंकियों की मदद करने के मामले में गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत आजीवन कारावास की सजा दी है और साथ में 10 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)

टॅग्स :यासीन मलिकपाकिस्तानशाहिद अफरीदीजम्मू कश्मीर
Open in App

संबंधित खबरें

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

क्रिकेटवैभव सूर्यवंशी की टीम बिहार को हैदराबाद ने 7 विकेट से हराया, कप्तान सुयश प्रभुदेसाई ने खेली 28 गेंदों में 51 रन की पारी, जम्मू-कश्मीर को 7 विकेट से करारी शिकस्त

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

बॉलीवुड चुस्कीDhurandhar: फिल्म में दानिश पंडोर निभा रहे हैं उज़ैर बलूच का किरदार, कराची का खूंखार गैंगस्टर जो कटे हुए सिरों से खेलता था फुटबॉल, देखें उसकी हैवानियत

विश्वपाकिस्तान में 1,817 हिंदू मंदिरों और सिख गुरुद्वारों में से सिर्फ़ 37 ही चालू, चिंताजनक आंकड़ें सामने आए

विश्व अधिक खबरें

विश्व‘बार’ में गोलीबारी और तीन बच्चों समेत 11 की मौत, 14 घायल

विश्वड्रोन हमले में 33 बच्चों सहित 50 लोगों की मौत, आरएसएफ और सूडानी सेना के बीच जारी जंग

विश्वFrance: क्रिसमस इवेंट के दौरान ग्वाडेलोप में हादसा, भीड़ पर चढ़ी कार; 10 की मौत

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद

विश्वलेफ्ट और राइट में उलझा यूरोप किधर जाएगा?