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पाकिस्तानी मौलाना का बेतुका बयान, कोरोना महामारी के लिए महिलाओं को ठहराया जिम्मेदार, कहा- छोटे कपड़े पहनने की वजह से आया प्रकोप

By रामदीप मिश्रा | Updated: April 27, 2020 11:24 IST

पाकिस्तान में 13 हजार, 304 लोगों के कोविड-19 से संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है। बड़ी संख्या में नए मामले आने के बाद सरकारी अधिकारियों और विशेषज्ञों ने वायरस के प्रसार की रोकथाम के मद्देनजर लोगों से रमजान के दौरान मस्जिदों में नहीं जाने और समूह में नमाज नहीं पढ़ने की अपील की है।

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ठळक मुद्देपाकिस्तान के एक मौलाना ने कोरोनो महामारी के लिए महिलाओं को जिम्मेदार ठहराया है। उसने कहा है कि कहा है कि महिलाओं के गलत काम के कारण बीमारी फैल गई है।

इस्लामाबादः कोरोना वायरस के प्रकोप को लेकर पूरी दुनिया परेशान है और कोविड-19 वैश्विक बीमारी से निपटने के लिए लगातार जूझ रही है। इस बीच पाकिस्तान के एक मौलाना ने कोरोनो महामारी के लिए महिलाओं को जिम्मेदार ठहराया है और कहा है कि महिलाओं के गलत काम के कारण बीमारी फैल गई है। सबसे बड़ी बात यह है कि मौलाना तारिक जमील ने लाइव टीवी पर प्रधानमंत्री इमरान खान की उपस्थिति में टिप्पणी की।

समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, मौलाना तारिक जमील ने गुरुवार को एहसास टेलीथॉन के फंड रेजिंग शिलान्यास समारोह के दौरान टिप्पणी की। मौलाना ने उन महिलाओं को दोषी ठहराया जो देश में अक्सर कम कपड़े पहनती हैं। उसका कहना है कि कोरोनो वायरस बीमारी का प्रसार इसी वजह से हुआ है। उसने महिलाओं की निंदा की और कहा कि उनका व्यवहार देश पर इस तरह का प्रकोप ला रहा है।

वहीं, मामला सामने आने के बाद जमील ने मीडिया पर आरोप लगाया कि उनकी वह झूठ फैला रही है, लेकिन बाद में उस टिप्पणी के लिए माफी मांगते हुए कहा कि उनकी जीभ फिसल गई थी। वहीं, इस टिप्पणी को लेकर पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग ने महिलाओं के खिलाफ बयान के लिए मौलाना की खिंचाई की है।

आपको बता दें पाकिस्तान में 13 हजार, 304 लोगों के कोविड-19 से संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है। बड़ी संख्या में नए मामले आने के बाद सरकारी अधिकारियों और विशेषज्ञों ने वायरस के प्रसार की रोकथाम के मद्देनजर लोगों से रमजान के दौरान मस्जिदों में नहीं जाने और समूह में नमाज नहीं पढ़ने की अपील की है।

पाकिस्तान में मृतकों की संख्या 272 तक पहुंच गई। अब तक 2,936 मरीज संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। पिछले एक महीने में कोरोना वायरस संक्रमण के करीब 6,000 मामले सामने आए थे, लेकिन पिछले छह दिन में ही यह दोगुना हो गए। संक्रमण आने वाले मई और जून के महीने में और बढ़ेगा। 

ऐसी खबरें आ रही हैं कि राष्ट्रपति आरिफ अल्वी और शीर्ष मौलाना के बीच रमजान के दौरान मस्जिदों में नमाज की अनुमति देने के लिए जो 20 शर्तें तय की गई थीं, उनका पूरी तरह पालन नहीं किया जा रहा है। मस्जिदों के इमाम को पत्र लिखकर अपील की है कि वह 50 वर्ष से अधिक की आयु वाले लोगों को घरों में इबादत करने के लिए कहें। 

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