इस्लामाबादः पाकिस्तान के नेशनल असेंबली के अध्यक्ष अयाज सादिक की सोमवार को उस समय जुबान फिसल गई जब उन्होंने इमरान खान के उत्तराधिकारी का चुनाव करने के लिए एक महत्वपूर्ण सत्र के दौरान शहबाज शरीफ के बजाय अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के नाम का उच्चारण किया।
हालांकि बाद में उन्होंने इस गलती के लिए माफी मांग ली। सादिक ने अगले प्रधानमंत्री के चुनाव के लिए नेशनल असेंबली में मतदान कराने से पहले पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ के नाम वाला एक दस्तावेज पढ़ा। हालांकि अध्यक्ष ने नवाज शरीफ के नाम का उच्चारण किया जो लंदन में हैं।
यह महसूस करने के बाद कि उन्होंने गलत नाम का उच्चारण किया है, सादिक ने गलती स्वीकार कर ली और माफी मांगते हुए कहा कि पीएमएल-एन के प्रमुख ‘‘उनके दिल के साथ-साथ उनके दिमाग में भी’’ है। नेशनल असेंबली में पीएमएल-एन के कुछ सांसदों और पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरियम नवाज को अपना समर्थन दिखाने के लिए नवाज शरीफ की तस्वीरें पकड़े हुए देखा गया।
मतदान के बाद, 70 वर्षीय शहबाज शरीफ को संसद द्वारा निर्विरोध पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री के रूप में चुना गया। शहबाज शरीफ को 174 वोट मिले जो बहुमत के आंकड़े 172 से दो ज्यादा है। वह पाकिस्तान के 23वें प्रधानमंत्री हैं।
पाकिस्तान की संसद ने सोमवार को शहबाज शरीफ को निर्विरोध देश का 23वां प्रधानमंत्री चुन लिया और इमरान खान के खिलाफ आठ मार्च को लाये गये अविश्वास प्रस्ताव के बाद से देश में बनी अनिश्चितता की स्थिति समाप्त हो गयी। इससे पहले डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी ने कहा था कि उनकी अंतरात्मा सत्र के संचालन की इजाजत नहीं देती।
तीन सौ 42 सदस्यीय सदन में जीत के लिए कम से कम 172 सदस्यों के समर्थन की जरूरत थी। प्रधानमंत्री के रूप में सदन में अपने पहले भाषण में शहबाज ने कहा कि पाकिस्तान के इतिहास में पहली बार किसी प्रधानमंत्री के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव कामयाब हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘बुराई पर अच्छाई की जीत हुई है।’’ उन्होंने कहा कि यह पूरे देश के लिए आज बड़ा दिन है, जहां एक चुने हुए प्रधानमंत्री को कानूनी और संवैधानिक तरीके से घर भेज दिया गया है।